कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में सामने आए 1,500 करोड़ रुपए के बड़े धोखाधड़ी घोटाले की जांच अब बड़े चेहरों तक पहुँच गई है। फर्जी निवेश नेटवर्क का प्रचार करने के आरोप में अभिनेता सोनू सूद और पहलवान द ग्रेट खली को कानपुर पुलिस ने नोटिस भेजा है। पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल के मुताबिक़ इस ठगी में 700 से ज़्यादा लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा चुके हैं।
इस धोखाधड़ी के पीछे दिल्ली के मालवीय नगर निवासी रवींद्रनाथ सोनी को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। उसकी कंपनी ब्लूचिप कमर्शियल ब्रोकर 2018 से एक्टिव थी, जबकि कुल 16 फर्जी कंपनियों के जरिए रियल एस्टेट और गोल्ड माइनिंग जैसे क्षेत्रों में भारी मुनाफ़े का झांसा देकर लोगों को फंसाया गया। भारत के साथ-साथ नेपाल, वियतनाम, जापान और अमेरिका के निवेशक भी इस जाल में आ गए।
विदेशी निवेशकों को लुभाने के लिए सोनी ने दुबई में बुर्ज खलीफा के पास आलीशान ऑफिस बनाया और शानदार इवेंट्स आयोजित किए। जब शिकायतें बढ़ीं तो दुबई अधिकारियों ने उसके देश छोड़ने पर रोक लगा दी, लेकिन वह भेस बदलकर रेगिस्तान के रास्ते ओमान होते हुए भारत लौट आया। कानपुर पुलिस ने पूछताछ में उसकी यह चालाकी उजागर की।
घोटाले की बढ़ती परतों को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। एडीशनल डीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा इसकी अगुवाई कर रही हैं। SIT का मुख्य फोकस 16 कंपनियों के बैंक ट्रांज़ैक्शंस, क्रिप्टो लेन-देन और सोनी के नेटवर्क की आर्थिक गतिविधियों की गहन जांच पर होगा।