पिछले कुछ हफ्तों से निवेशकों को निराश कर रही चांदी की कीमतों में आखिरकार 10 नवंबर 2025, सोमवार को एक जोरदार उछाल दर्ज की गई है। भारी गिरावट के बाद बाजार में लौटी इस चमक ने चांदी के निवेशकों और खरीदारों दोनों को राहत दी है। आज, चांदी की कीमत सभी भार वर्गों में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ी, जिससे एक बार फिर यह कीमती धातु आकर्षण का केंद्र बन गई है।
आज का बड़ा सुधार: ₹2500 प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी
आज की कीमतों में हुई वृद्धि से पहले, 7 नवंबर से 9 नवंबर 2025 तक, चांदी की कीमतें ₹1,52,500 प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी हुई थीं। यह स्थिरता पहले आई एक बड़ी गिरावट के बाद एक समर्थन स्तर के रूप में काम कर रही थी। सोमवार को, इस स्थिरता को तोड़ते हुए कीमतों में मजबूत सुधार आया।
राष्ट्रीय स्तर पर, 10 नवंबर 2025 को, एक किलोग्राम चांदी की कीमत ₹1,55,000 पर पहुँच गई है, जो पिछले दिन के ₹1,52,500 के मुकाबले सीधे ₹2,500 की बढ़त दिखाती है। छोटे निवेशकों के लिए, 10 ग्राम चांदी का भाव कल के ₹1,525 से ₹25 बढ़कर आज ₹1,550 हो गया है।
| भार वर्ग |
आज का भाव (₹) |
कल का भाव (₹) |
परिवर्तन (₹) |
| 1 ग्राम |
155.00 |
152.50 |
+2.50 |
| 10 ग्राम |
1,550 |
1,525 |
+25 |
| 100 ग्राम |
15,500 |
15,250 |
+250 |
| 1 किलोग्राम |
1,55,000 |
1,52,500 |
+2,500 |
प्रमुख शहरों में चांदी का भाव (₹/किलोग्राम)
शहरों के आधार पर चांदी के भाव में मामूली अंतर देखा गया, लेकिन अधिकांश प्रमुख शहरों में राष्ट्रीय दर का पालन किया गया।
| शहर |
1 किलोग्राम चांदी (₹) |
| मुंबई |
1,55,000 |
| दिल्ली |
1,55,000 |
| कोलकाता |
1,55,000 |
| बेंगलुरु |
1,55,000 |
| पुणे |
1,55,000 |
| अहमदाबाद |
1,55,000 |
| चेन्नई |
1,67,000 |
| हैदराबाद |
1,67,000 |
चेन्नई और हैदराबाद में कीमतें अन्य शहरों की तुलना में अधिक रहीं, जहाँ 1 किलोग्राम चांदी का भाव ₹1,67,000 पर दर्ज किया गया।
नवंबर 2025 के लिए बाजार का आउटलुक
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह उछाल चांदी की कीमतों को एक नए दायरे में ले जा सकता है। नवंबर 2025 के लिए कीमतों के ₹1,39,000 से ₹1,54,000 के बीच रहने की उम्मीद है।
-
तेजी का संकेत (Bullish Breakout): यदि चांदी ₹1,54,000 के प्रतिरोध स्तर को पार करती है, तो यह ₹1,63,000 के अगले बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ सकती है। आज की बढ़ोतरी इस ब्रेकआउट की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
-
मंदी का संकेत (Bearish Breakdown): वहीं, यदि कीमतें ₹1,39,000 के समर्थन स्तर से नीचे गिरती हैं, तो यह गिरावट को और गहरा कर ₹1,30,000 तक खींच सकती है।
आज की ₹2,500 प्रति किलोग्राम की वृद्धि ने बाजार को एक बार फिर बुलिश (तेजी) मोड में ला दिया है। निवेशकों की निगाहें अब अंतरराष्ट्रीय संकेतों और मांग पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगी कि क्या यह सुधार केवल एक अस्थायी राहत है या एक लंबी तेजी की शुरुआत।