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सोलह श्रृंगार: केवल सौंदर्य नहीं, बल्कि समृद्धि, प्रेम और सुरक्षा का दिव्य आशीर्वाद

मुंबई, 2 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारतीय परंपरा में सोलह श्रृंगार (Solah Shringaar) एक प्राचीन और पवित्र प्रथा है, जिसका उल्लेख शास्त्रीय हिंदू ग्रंथों, मंदिर कला और काव्य में मिलता है। यह केवल सौंदर्य प्रसाधनों का संग्रह नहीं है, बल्कि इससे कहीं अधिक है। 'सोलह श्रृंगार' का शाब्दिक अर्थ 16 आभूषण है, और हर एक तत्व समृद्धि, उर्वरता, प्रेम, सुरक्षा और खुशी जैसे दिव्य आशीर्वाद का प्रतिनिधित्व करता है। यह अनुष्ठान एक महिला के लिए, विशेष रूप से उसके विवाह के दिन, पूर्ण रूप से सजना और आध्यात्मिक रूप से उन्नत होना दर्शाता है।

प्राचीन काल से चली आ रही यह परंपरा आज भी भारतीय घरों में, विशेषकर दुल्हन के विवाह के दिन निभाई जाती है। सोलह श्रृंगार दुल्हन के एक नए जीवन में संक्रमण और वैवाहिक यात्रा शुरू करने की उसकी तैयारी का प्रतीक है। इस अनुष्ठान के पीछे यह दार्शनिक विचार निहित है कि एक महिला शक्ति यानी दिव्य स्त्री शक्ति का प्र Read more...

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छह महीने तक 12 ng/ml से कम रहे विटामिन डी का स्तर तो शरीर पर क्या होता है असर? विशेषज्ञ की चेतावनी

मुंबई, 12 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) विटामिन डी (Vitamin D) शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है, जो कैल्शियम अवशोषण, प्रतिरक्षा संतुलन और मांसपेशियों की ताकत के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन यदि किसी व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी का स्तर लगातार छह महीने तक 12 नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर (ng/ml) से कम बना रहता है, तो इसके गंभीर स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं।

जुपीटर अस्पताल, ठाणे में आंतरिक चिकित्सा (Internal Medicine) के निदेशक डॉ. अमित सर्राफ ने इसे गंभीर कमी (severe deficiency) बताया है और इसके खतरनाक प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया है।

🦴 छह महीने तक गंभीर कमी के परिणाम

डॉ. सर्राफ के अनुसार, महीनों तक विटामिन डी का स्तर कम रहने पर शरीर कमी की स्थिति में काम करने लगता है, जिससे कई तरह के जोखिम बढ़ जाते हैं:
  • हड्डी का नुकसान: हड्डियों का घनत्व (Bone loss) कम ह Read more...

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राघव चड्ढा का पसंदीदा वेकेशन स्पॉट: 'ईश्वर का अपना देश' केरल है उनकी पहली पसंद

मुंबई, 12 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने हाल ही में भारत में अपने पसंदीदा छुट्टी स्थल (वेकेशन डेस्टिनेशन) का खुलासा किया है। चड्ढा के मुताबिक, भारत में उनका सबसे पसंदीदा स्थान दक्षिण भारत का खूबसूरत राज्य केरल है।

उन्होंने यह बात 'करली टेल्स' के एक छोटे इंटरव्यू सीरीज '59 सेकंड्स' के दौरान बताई। चड्ढा ने तुरंत जवाब देते हुए कहा, "भारत में, यह केरल है।"

केरल को अक्सर "ईश्वर का अपना देश" (God's Own Country) कहा जाता है। चड्ढा के अनुसार, यह दक्षिण भारतीय स्वर्ग अपनी मनमोहक बैकवॉटर, हरे-भरे चाय के बागानों, शानदार समुद्र तटों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। अपनी शांत सुंदरता, पुरानी परंपराओं और लजीज व्यंजनों के कारण यह राज्य लंबे समय से पर्यटकों के बीच पसंदीदा रहा है।

राघव चड्ढा का यह त्वरित जवाब यह स Read more...

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काम और बच्चों के बीच संतुलन पर जेनेलिया देशमुख: 'शूटिंग सुबह 6 बजे शुरू करती हूँ ताकि 4:30 बजे घर लौट सकूँ'; विशेषज्ञ ने...

मुंबई, 11 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अभिनेत्री जेनेलिया डिसूजा देशमुख ने काम और घर के बीच संतुलन (Work-Life Balance) साधने के अपने व्यक्तिगत और व्यावहारिक प्रयासों को साझा किया है। दो बेटों की माँ जेनेलिया मानती हैं कि आज की महिलाओं को काम करने और स्वतंत्र होने को प्राथमिकता देनी चाहिए।

उन्होंने एक पॉडकास्टर से बातचीत में बताया कि वह अपने बच्चों के लिए हमेशा उपलब्ध नहीं रहना चाहतीं, लेकिन यह भी सुनिश्चित करती हैं कि उनके घर लौटने पर कोई उनका इंतज़ार कर रहा हो। इसी संतुलन को साधने के लिए उन्होंने एक खास तरीका अपनाया है:

"मैं अपनी शूटिंग को अक्सर सुबह 6 बजे के लिए प्लान करती हूँ, ताकि जब मेरे बच्चे स्कूल से घर वापस आएं, तब तक मैं शाम 4:30 बजे तक घर वापस आ सकूँ। मैंने इसके चारों ओर अपना रास्ता खोज लिया है।"

जेनेलिया ने जोर देकर कहा कि वह चाहती हैं कि उनके बच्चे उन्हें केवल हमेशा उप Read more...

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कुत्ते शौच से पहले गोल-गोल क्यों घूमते हैं? जानिए इस अजीब आदत के पीछे का विज्ञान

मुंबई, 12 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अगर आप डॉग पेरेंट हैं, तो आपने निश्चित रूप से अपने प्यारे दोस्त को शौच करने से पहले ज़मीन पर गोल-गोल घूमते हुए देखा होगा। यह एक अजीबोगरीब आदत लग सकती है, लेकिन पशु चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के अनुसार, इस व्यवहार के पीछे कई गहरे कारण छिपे हुए हैं।


पशु चिकित्सकों का मानना है कि कुत्तों के शौच से पहले गोल घूमना सिर्फ एक सनक नहीं है, बल्कि यह एक सहज व्यवहार है जो कई कार्यों को पूरा करता है:

1. सुरक्षित जगह तलाशना

शौच करते समय कुत्ता खुद को असुरक्षित स्थिति में पाता है, क्योंकि वह उस समय संभावित खतरों के प्रति सतर्क नहीं रह पाता। गोल घूमने से कुत्ते को अपने आस-पास के माहौल का अच्छी तरह से निरीक्षण करने का मौका मिलता है, ताकि वह यह सुनिश्चित कर सके कि आस-पास कोई शिकारी या खतरा नहीं है।

2. जगह को समतल और साफ करन Read more...

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