मुंबई, 09 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को LCA तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। बेंगलुरु में एयरो इंडिया-2025 की शुरुआत से एक दिन पहले दोनों सेना प्रमुख तेजस फाइटर जेट में बैठे। एयरो इंडिया-2025 प्रोग्राम 10 फरवरी से 14 फरवरी तक चलेगा। यह पहली बार है जब दो सेनाओं के प्रमुख ने एक साथ स्वदेशी फाइटर जेट में उड़ान भरी है। उड़ान के बाद थल सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने इस अनुभव को अपने जीवन का सबसे अच्छा पल बताया। उन्होंने यह भी कहा कि हम NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी) के दिनों से साथ हैं। अगर मैं वायु सेना प्रमुख से पहले मिला होता तो एयरफोर्स जॉइन करता और फाइटर पायलट बनता।
उड़ान के बाद जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि आज से एयर चीफ मार्शल मेरे गुरु हैं, क्योंकि उन्होंने इस उड़ान के दौरान मुझसे कई एक्टिविटीज कराईं। जनरल द्विवेदी ने कहा कि यह उड़ान बहुत ही चुनौतीपूर्ण थी, मुझे इसे पूरा करके बहुत मजा आया। उन्होंने आगे कहा- मैं IAF के प्रति शुक्रगुजार हूं और मैं वायु सेना के पायलट्स की हिम्मत की दाद देता हूं, जो चुनौतियों का सामना करते हैं।
आपको बता दें, भारतीय वायुसेना ने 83 तेजस Mk1A लड़ाकू विमानों के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ 36,468 करोड़ रुपए का सौदा किया है। इसके अलावा पिछले साल नवंबर में रक्षा अधिग्रहण परिषद ने वायुसेना के लिए 97 और तेजस जेट खरीदने की मंजूरी दी थी। ये लड़ाकू विमान अमेरिका में बने जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के F404 इंजन से चलेंगे। कंपनी के पास 2024 से 2028 के बीच 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करने का समय है। नए Mk1A वर्जन की डिलीवरी जुलाई 2024 तक होने की उम्मीद है। हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, HAL वादा किए गए 16 तेजस Mk1A विमानों में से सिर्फ 2-3 विमान ही 2024-25 के वित्तीय वर्ष में वायुसेना को दे पाएगा।