मुंबई, 09 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जयपुर में आईबी का फर्जी डीएसपी बनकर लोगों को ठग रहे युवक को पुलिस ने पकड़ा है। युवक लोगों से दोस्ती कर सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देता था। आरोपी के पास से एक कार भी बरामद हुई है। इस पर भारत सरकार की प्लेट लगी हुई मिली। युवक अब तक 12 से ज्यादा धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे चुका है। एसीपी मालवीय नगर आदित्य पूनिया ने बताया, 8 फरवरी को नितिन कुमार, आकाश सिंह, राहुल फौजदार और जितेंद्र सिंह ने एयरपोर्ट थाने में मामला दर्ज कराया था। पीड़ितों ने बताया- श्रीनिवास कुमार चौबे (36) निवासी भव्या ग्रीन अपार्टमेंट जगतपुरा ने खुद को आईबी में डीएसपी बताया था। उसने कहा था- उसकी केंद्र और राजस्थान के कई विभागों में जानकारी है। वित्त मंत्रालय और जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) में नौकरी लगा सकता है।
नितिन कुमार ने बताया, श्रीनिवास कुमार चौबे उसे जेडीए में नौकरी लगाने का झांसा दिया। उसे बताया कि उसकी जेडीए में अच्छी जान पहचान है। बैक ऑफिस में ये लोग कुछ लोगों को ले रहे हैं। अगर 5 लाख लाख रुपए हैं। तुम्हारी नौकरी यहां लगा सकता हूं। इस पर नितिन ने 3 लाख का लोन और 2 लाख रुपए एलआईसी से निकाले। इसके बाद आरोपी पिछले एक साल से उसे झांसा दे रहा है। पैसा नहीं लौटा रहा था। आकाश सिंह और राहुल फौजदार की मुलाकात आरोपी से एक कैफे में हुई। यहां पर आरोपी ने खुद को आईबी में डीएसपी बताया। आरोपी उनसे बात करने लगा। कुछ दिनों तक लगाकर मुलाकात हुई। आरोपी ने उन्हें भी आईबी में नौकरी लगाने का झांसा देकर 5-5 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी ने न नौकरी लगाई, न ही पैसा वापस दिए।
डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने बताया, क्षेत्र में लगातार धोखाधड़ी की शिकायत मिल रही थी। कुछ लोग सरकारी नौकरी, बैंक लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं। इस पर एडिशनल डीसीपी ईस्ट आशाराम चौधरी के सुपरविजन में एसीपी मालवीय नगर ने इलाके में संदिग्धों के ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने आरोपी श्रीनिवास कुमार चौबे को डिटेन किया और आज गिरफ्तारी दिखाई। पुलिस ने बताया आरोपी ने बीए किया था।