मुंबई, 14 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केरल में कोट्टायम में नर्सिंग के स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग के मामले में कॉलेज प्रबंधन पांचों आरोपी छात्रों को कॉलेज से निकाल सकता है। फिलहाल आरोपियों को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में विपक्षी गठबंधन यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने दावा किया कि आरोपियों का लेफ्ट की स्टूडेंट विंग स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से संबंध है। विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने आरोप लगाया कि कोट्टायम रैगिंग मामले के आरोपी SFI के सदस्य हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केरल गवर्नमेंट नर्सिंग स्टूडेंट एसोसिएशन (KGNSA) का भी SFI से संबंध है। सतीशन ने कहा कि आरोपी KGNSA से भी जुड़े हैं और उनमें से एक संगठन में महत्वपूर्ण पद पर है। हालांकि, SFI और सरकार ने इन दावों को खारिज किया और कहा है कि उसका आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदु ने कहा कि कोट्टायम रैगिंग घटना के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, केरल के एक सरकारी नर्सिंग कॉलेज में 12 फरवरी को जूनियर्स के साथ रैगिंग का मामला सामने आया था। पांच सीनियर छात्रों ने 3 स्टूडेंट के पहले कपड़े उतारे। फिर उनके प्राइवेट पार्ट पर डंबल (भारी वजन) लटका दिया था। सीनियर्स ने बाद में कंपास और नुकीली वस्तुओं से भी छात्रों को घायल किया। इसके बाद जख्म पर लोशन लगाया। ताकि दर्द और बढ़े। जब पीड़ित दर्द से चिल्लाने लगे, तो उनके मुंह में भी लोशन डाल दिया। तीनों पीड़ित फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट हैं और तिरुवनंतपुरम के रहने वाले हैं। पुलिस ने इस मामले में 13 फरवरी को 5 आरोपी छात्रों को गिरफ्तार किया था। गांधीनगर पुलिस ने बताया था कि सभी को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। उन्हें एंटी-रैगिंग अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के नाम सैमुअल जॉनसन (20), राहुल राज (22), जीव (18), रिजिल जीत (20) और विवेक (21) हैं। सीनियर्स ने पीड़ितों को नग्न करके उनकी रैगिंग का वीडियो भी बनाया। इसके साथ ही धमकी दी कि अगर उन्होंने इसकी रिपोर्ट करने की हिम्मत की तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जिससे उनका शैक्षणिक भविष्य भी खतरे में पड़ जाएगा। शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि सीनियर्स रविवार को जूनियर्स से शराब खरीदने के लिए पैसे वसूलते थे। जो लोग ऐसा करने से मना करते थे, उन्हें पीटा जाता था। एक छात्र, जो अब और उत्पीड़न सहन नहीं कर पाया, उसने अपने पिता को इसकी जानकारी दी। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। रैगिंग का मामला सामने आने के बाद आरोपी छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया।