मुंबई, 17 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केरल के पलक्कड़ जिले में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में हमास के टॉप लीडर्स के पोस्टर लहराने का मामला सामने आया है। इसके वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने राज्य में देश विरोधी साजिश होने का आरोप लगाया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 16 फरवरी को पलक्कड़ में मुस्लिम पीर त्रिथला की मजार पर उर्स का आयोजन था। इसमें हजारों लोग थे। तभी हाथियों पर हमास के टॉप लीडर्स इस्माइल हानिया, याह्या सिनवार और हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के पोस्टर नजर आए। भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा- यह सभी गतिविधियां वोट बैंक की राजनीति के लिए मौजूदा माकपा सरकार के समर्थन से की जा रही हैं। यहां देश विरोधी संगठन और कट्टरपंथी तत्व काम कर रहे हैं। केरल में सिर्फ भाजपा देश विरोधी और आतंकी गतिविधियों के खिलाफ है।
तो वहीं, भाजपा नेता ने कार्यक्रम का एक वीडियो पोस्ट किया और कहा, एक साल पहले जब भाजपा ने केरल में एक रैली के खिलाफ चेतावनी दी थी, जिसमें हमास नेता ने वर्चुअली भाग लिया था तो LDF सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब पलक्कड़ में उर्स उत्सव में हजारों लोगों को मारने वाले आतंकियों का महिमामंडन किया गया। इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार की फोटो की हाथियों पर परेड करवाई गईं, जहां एक कम्युनिस्ट मंत्री और एक पूर्व कांग्रेस विधायक भी मौजूद थे।
वहीं, स्थानीय लोगों के अनुसार यह कार्यक्रम त्रिथला पंचायत के द्वारा आयोजित किया जाता है। इसका रविवार को समापन था और कई ग्रुप्स इसका हिस्सा बनने के लिए आए थे। आयोजकों का दावा है कि यह फोटो आयोजन में हिस्सा लेने वाले कुछ ग्रुप्स द्वारा डाली गई थीं। आपको बता दें, हमास चीफ इस्माइल हानिया पॉलिटिकल ब्यूरो का तीसरे अध्यक्ष थे। हानिया की 31 जुलाई को तेहरान में हत्या कर दी गई थी। हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने गए थे। इजराइल ने गाइडेड मिसाइल के जरिए हानिया के सेलफोन से उन्हें ट्रैक करके निशाना बनाया था। याहया अल-सिनवार हमास सुरक्षा प्रणाली के सह-संस्थापकों में से एक थे। उन पर दक्षिणी इजराइल में 7 अक्टूबर 2023 के हमले को अंजाम देने का आरोप था। 16 अक्टूबर 2024 को इजराइली ड्रोन हमले में उसकी मौत हो गई थी। हसन नसरल्लाह हिजबुल्लाह का चीफ था। 27 सितंबर की रात साढ़े 9 बजे इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हवाई हमले किए, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ की मौत हो गई थी। इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था।