कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में जिम ट्रेनर विमल सोनी द्वारा व्यापारी की पत्नी एकता गुप्ता की हत्या और उसके शव को डीएम कंपाउंड परिसर के पास दफनाने का मामला दिन-ब-दिन उलझता जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 24 जून की सुबह से लापता एकता की खोज में उसके पति राहुल गुप्ता और कुछ अन्य लोग ग्रीन पार्क और डीएम आवास पहुंचे, जहां कर्मचारियों ने बताया कि विमल छुट्टी पर है और अपने पिता की मेडिकल रिपोर्ट दिखाने के लिए दिल्ली गया है। राहुल ने बताया कि डीएम आवास के कर्मचारियों ने उन्हें विमल के भांजे धीरेंद्र का नंबर दिया, जिससे साफ हुआ कि विमल का वहां अच्छा परिचय था।
जांच के दौरान, राहुल ने यह भी बताया कि पुलिस ने जब विमल के भांजे को हिरासत में लिया, तो विमल की बहन ने किसी को फोन कर मदद मांगी। दावा है कि जब राहुल ने उसका फोन लिया, तो देखा कि वह कॉल डीएम आवास से थी। इस घटना से संदेह और गहरा हो गया क्योंकि डीएम परिसर में किसी का इस तरह से संपर्क होना असामान्य माना जाता है।
राहुल ने यह सवाल उठाया कि इस मामले में जिले के उच्च अधिकारी चुप क्यों हैं, जबकि शव डीएम परिसर के पास ही पाया गया है और वह इलाका पूरी तरह से सुरक्षित समझा जाता है। उन्होंने डीएम परिसर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की मांग की, ताकि हत्या का सच सामने आ सके।
राहुल ने यह भी कहा कि डीएम परिसर के कर्मचारियों के बीच विमल का अच्छा रसूख था और उसकी पहुंच डीएम कार्यालय तक थी। यह घटना केवल हत्या का मामला नहीं है, बल्कि प्रशासनिक सुरक्षा और वहां के कर्मचारियों के आपसी संबंधों पर भी सवाल उठाती है। पुलिस ने अभी तक मामले में विमल को आरोपी मानते हुए उसकी जांच जारी रखी है, लेकिन उससे जुड़े अन्य संभावित संदिग्धों की भी पड़ताल चल रही है।