कानपुर न्यूज डेस्क: यशोदा नगर में गुरुवार शाम एक 22 वर्षीय युवक कृष्णा शुक्ला ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि वह प्रेमिका से फोन पर बात कर रहा था, तभी कॉल कट गई। आशंका पाकर प्रेमिका उनके घर पहुंची और उसे फंदे से उतारकर नर्सिंग होम ले गई, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कृष्णा शुक्ला हांडा कंपनी में बीमा विभाग का इंचार्ज था। उसके पिता सुरेश चंद्र शुक्ला ने बताया कि हाल ही में कृष्णा की पत्नी पुष्पा देवी का हार्ट अटैक से निधन हुआ था, जिससे वह काफी तनाव में था। इसके अलावा उसने अपने एक दोस्त से करीब 10 हजार रुपये उधार लिए थे, जो उसे लगातार वापस करने के लिए फोन कर परेशान कर रहा था। यही कारण माना जा रहा है कि तनाव में आकर उसने यह कदम उठाया।
प्राथमिक जांच में पता चला कि कृष्णा ने कई लोगों से कर्ज लिया हुआ था और उसे अपने कर्जों को लेकर मानसिक दबाव था। इसके अलावा वह नशा भी करता था। घटना के दिन वह युवती से फोन पर बात कर रहा था, जो उसकी संभावित शादी की बात चल रही थी।
परिवार के अनुसार, पुष्पा देवी के संतान नहीं थी, इसलिए उन्होंने रावतपुर में रहने वाली अपनी छोटी बहन प्रतिभा उर्फ़ बबली के बेटे कृष्णा को गोद लिया था। कृष्णा ने पुष्पा के जीवित रहते कभी अपनी सगी मां से संपर्क नहीं रखा था, लेकिन पुष्पा के निधन के बाद बातचीत शुरू की थी। परिजनों ने कृष्णा की मौत की गहन जांच की मांग पुलिस से की है।