कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के जूना अखाड़े ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के स्थल पर मारे गए हिंदू श्रद्धालुओं की प्रतिमाएं लगाई जाएं और वहां हर साल हिंदू धार्मिक आयोजन कराए जाएं। आनंदेश्वर मंदिर में शांति यज्ञ के दौरान जूना अखाड़ा के संतों ने इस मांग को दोहराया। इस हमले में कानपुर के 31 वर्षीय शुभम द्विवेदी भी शहीद हुए थे, जिनके परिवार से केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मुलाकात की।
जूना अखाड़े के मीडिया प्रभारी आशुतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकार को पत्र भेजकर पहलगाम में शहीद हिंदुओं की प्रतिमाएं लगाने और वहां वार्षिक पूजा कार्यक्रम की मांग की गई है। शांति यज्ञ के दौरान कई लोगों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। महंत अरुण भारती ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए हिंदुओं को एकजुट होना पड़ेगा और कश्मीर में व्यापार को बढ़ावा देना चाहिए।
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इस घटना के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल है। कानपुर समेत कई शहरों में मस्जिदों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। वहीं मुस्लिम समुदाय ने भी आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन कर एकजुटता दिखाई, जुमे की नमाज के बाद पठकापुर और आसपास के इलाकों में लोगों ने ‘आतंकवाद के खिलाफ एकजुट’ होने का संदेश दिया।