कानपुर न्यूज डेस्क: बुधवार को डीआरएम हिमांशु बडोनी और पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने रेलवे लाइनों के अवैध कब्जों के खिलाफ संयुक्त निरीक्षण किया। इस दौरान रेल रूट का निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही होगी।
रेलवे सुरक्षा पर सवालिया निशान!
साबरमती और कालिंदी एक्सप्रेस में हुई घटनाओं के बाद भी पुलिस और खुफिया एजेंसियों के हाथ खाली हैं। डीजीपी के निर्देश पर रेलवे ने सेंसिटिव स्थानों पर गश्त बढ़ाई है, लेकिन अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह घटनाएं रेलवे सुरक्षा की कमियों को उजागर करती हैं और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंताएं पैदा करती हैं। रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों को अब मिलकर रेलवे सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कारगर कदम उठाने होंगे।
गोविंदपुरी, पनकी, झांसी रूट और मंधना तक के रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया गया है, जिसका मकसद अवैध कब्जों की पहचान करना था। डीआरएम ने बताया कि इन अवैध कब्जों को चिह्नित किया गया है और जल्द ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर संयुक्त कार्रवाई की जाएगी।
महज 24 दिनों में दो बड़ी घटनाएं होने के बाद पुलिस आयुक्त ने स्वीकार किया कि यह पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है, लेकिन उन्होंने आश्वस्त किया कि वे इस पर काम कर रहे हैं और जल्द ही परिणाम सामने होंगे। यह बयान पुलिस की गंभीरता और घटनाओं को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों को दर्शाता है।