कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर, उत्तर प्रदेश में रेलवे ट्रैक पर एक बार फिर सिलेंडर मिलने की घटना हुई है। पुलिस ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पायलट ने ट्रैक पर लाल रंग का सिलेंडर देखा और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया, जिससे एक संभावित दुर्घटना से बचा गया। ट्रेन सिलेंडर के काफी करीब रुकी थी। यह इस महीने में कानपुर में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने का तीसरा मामला है।
घटना गोविंदपुरी और भीमसेन स्टेशन के बीच घटित हुई। एक जाने माने न्यूज चैनल के अनुसार, मुंबई से लखनऊ जा रही ट्रेन 29 सितंबर को शाम 4:15 बजे गोविंदपुरी स्टेशन के पास होल्डिंग लाइन पर पहुंची थी। तभी ड्राइवर ने पटरी पर एक फायर सेफ्टी सिलेंडर देखा और चौंक गया। उसने बताया कि ट्रेन की गति कम थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। यह सिलेंडर रेलवे द्वारा जारी किया गया था, जिसे अग्निशामक यंत्र के रूप में जाना जाता है।
ड्राइवर ने कंट्रोल रूम को जानकारी देने के बाद सिलेंडर को कानपुर सेंट्रल ले जाने का निर्णय लिया। पुलिस के अनुसार, यह सिलेंडर सेक्शन इंजीनियर द्वारा जारी किया गया था, और इस मामले की जांच चल रही है। अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) (रेलवे) ने भी इस घटना पर टिप्पणी की। रिपोर्ट के मुताबिक, लोको पायलट ने पहले कंट्रोल रूम को सूचित किया, लेकिन बाद में पता चला कि यह सिलेंडर फायर सेफ्टी उपकरण का हिस्सा था। रेलवे अधिकारियों ने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) के साथ मिलकर जांच शुरू की। जांच में यह साफ हुआ कि इस मामले में कोई आपराधिक इरादा नहीं था, और यह सिलेंडर रेलवे की संपत्ति था, जो संभवतः किसी अन्य ट्रेन से गिर गया होगा।
ADG ने बताया कि मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है। हाल की घटनाओं के मद्देनजर रेलवे के अधिकारी सतर्क हैं। इससे पहले, 9 सितंबर को कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर रखा गया था। इसके बाद, 22 सितंबर को भी इसी तरह की एक और घटना सामने आई थी।