कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर जिले के गौरीगंज के आंधी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। दो मजदूर रेलवे लाइन पार करते समय प्रतापगढ़-कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे। दरअसल, दोनों मजदूरों ने अपने कानों में इयर फोन लगा रखा था, जिससे उन्हें ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। इसी कारण वे रेलवे लाइन पार करते समय ट्रेन की ओर बढ़ते हुए अनजान रहे और उनकी मौत हो गई। यह घटना एक बार फिर से हमें सड़क सुरक्षा और सावधानी की महत्ता की याद दिलाती है। इयर फोन या हेड फोन पहनकर सड़क या रेलवे लाइन पार करना जानलेवा साबित हो सकता है।
गौरीगंज थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना घटी, जहां दो मजदूरों की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान सीतापुर जिले के प्रमोद यादव (28) और लखीमपुर के रोहित विश्वकर्मा (24) के रूप में हुई। दोनों मजदूर गौरीगंज के आंधी गांव में निर्माणाधीन अनाज गोदाम में टिन शेड लगाने के लिए जा रहे थे, लेकिन रेलवे ट्रैक पार करते समय ट्रेन की चपेट में आ गए।क्षेत्राधिकारी अखिलेश वर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में कानूनी कार्रवाई की जा रही है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर से रेलवे सुरक्षा नियमों की अनदेखी की गंभीरता को उजागर किया है। बार-बार चेतावनियों के बावजूद, लोग रेलवे ट्रैक पार करते समय इयरफोन या मोबाइल फोन का उपयोग करने की लापरवाही कर रहे हैं, जो जानलेवा साबित हो रही है।स्थानीय प्रशासन ने इस मामले पर चिंता व्यक्त की है और लोगों से रेलवे क्रॉसिंग पर विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। यह समय है जब हमें रेलवे सुरक्षा नियमों का पालन करने की महत्ता को समझना चाहिए और अपनी जान की सुरक्षा के लिए जागरूक रहना चाहिए।