कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में बीमा क्षेत्र के कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के क्षेत्रीय कार्यालय में चारों सार्वजनिक बीमा कंपनियों के सैकड़ों कर्मचारियों और अधिकारियों ने आधे दिन का धरना दिया। कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले दो वर्षों से अपनी मांगों के समाधान के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
संयुक्त मोर्चा, जो 18 संगठनों का समूह है, कर्मचारियों के वेतन समझौते को 1 अगस्त 2022 से लागू करने की मांग कर रहा है। इसके साथ ही, वे चारों सरकारी बीमा कंपनियों के विलय और बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा को 100% करने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह कदम बीमा क्षेत्र के भविष्य को प्रभावित करेगा और कर्मचारियों के हितों पर नकारात्मक असर डालेगा।
कर्मचारी अपनी सेवानिवृत्ति योजनाओं में सुधार की भी मांग कर रहे हैं। उन्होंने एनपीएस योगदान को 10% से बढ़ाकर 14% करने और पारिवारिक पेंशन को 15% से बढ़ाकर 30% करने की मांग उठाई है। इसके अलावा, वे सार्वजनिक बीमा कंपनियों में नई भर्तियों की आवश्यकता पर भी जोर दे रहे हैं और चाहते हैं कि 1995 की पेंशन योजना को सभी कर्मचारियों पर लागू किया जाए।
इस विरोध प्रदर्शन में राजेंद्र कुमार, अजय शंकर निगम, राकेश कुमार गुप्ता समेत कई कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रदर्शन दोपहर 1:30 से 2:00 बजे तक चला, जहां कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए और सरकार से जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करने की अपील की।