कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे को लेकर अब तक कई बार संचालन की तारीखें बताई जा चुकी हैं। 30 नवंबर 2025 की आखिरी तारीख भी सामने आई थी, लेकिन हम देख रहे हैं कि अभी भी एक्सप्रेसवे चालू होने की स्थिति में नहीं है। अब नए पीडी, एनएचएआई लखनऊ यूनिट के नकुल वर्मा दावा कर रहे हैं कि मार्च 2026 में हर हाल में यह मार्ग लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। उनका कहना है कि असल में फरवरी का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन मार्च में सफर शुरू हो जाएगा।
पीडी के अनुसार लखनऊ में स्कूटर इंडिया चौराहे के पास थोड़ा काम अभी बाकी है। इसे पूरा होने में दो से तीन महीने का समय लगेगा। इसलिए मार्च 2026 में संचालन तय माना जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे का काम 5 जनवरी 2022 को शुरू हुआ था और अब लगभग चार साल पूरे होने वाले हैं। छह लेन में बन रहा यह मार्ग लखनऊ के शहीद पथ से शुरू होकर बनी, कांथा, अमरसास से होते हुए कानपुर के आजाद मार्ग के गंगाघाट क्षेत्र में खत्म होगा।
उन्नाव के हिस्से में भी यह एक्सप्रेसवे कई जगहों से जुड़ेगा। इसे कानपुर के उद्योग पथ से जोड़ने के साथ-साथ गंगा एक्सप्रेसवे और लखनऊ की आउटर रिंग रोड से भी कनेक्ट किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे में देश में पहली बार AIMGC तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, जो अब तक सिर्फ अमेरिका और जर्मनी में ही उपयोग हो चुकी है। निर्माण एजेंसी का दावा है कि यह सड़क कम से कम दस साल तक नहीं टूटेगी।
लखनऊ और कानपुर के बीच 63 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में 45 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड एरिया विकसित किया जा रहा है। यहां AIMGC के साथ-साथ GPS और 3D तकनीक भी इस्तेमाल की जा रही है, जिससे सड़क एकदम समतल बनेगी और निर्माण सामग्री भी बिल्कुल निर्धारित मात्रा में ही लगेगी। पूरा प्रोजेक्ट आधुनिक तकनीक के कारण काफी हाई-क्वालिटी और लंबे समय तक टिकाऊ बनने जा रहा है।