कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के चिड़ियाघर को बर्ड फ्लू के खतरे के कारण बंद किया गया है। प्रशासन ने यह फैसला उस समय लिया जब चिड़ियाघर में लाए गए शेर पटौदी में ब्लड, लीवर और पैंक्रियाज में इंफेक्शन पाया गया। इसके साथ ही शेर में बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर चिंता बढ़ गई है। इससे पहले गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत हो चुकी है, जिससे पूरे चिड़ियाघर परिसर में संक्रमण फैलने का डर पैदा हो गया है।
शेर पटौदी की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। शेर को ड्रिप के जरिए पौष्टिक आहार दिया जा रहा है और वह पानी पीने के साथ-साथ मांस भी खा रहा है। फिलहाल उसकी ब्लड रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि स्थिति को लेकर आगे की योजना बनाई जा सके। कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन ने एहतियातन चिड़ियाघर को खाली करना शुरू कर दिया है, ताकि अन्य जानवरों में संक्रमण न फैले।
गोरखपुर में बाघिन की मौत के बाद चिड़ियाघर प्रशासन सतर्क हो गया है। गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के कारण बाघिन की मौत हुई थी, और अब कानपुर चिड़ियाघर में भी इसी खतरे को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। ऐसे में, किसी भी संभावित स्थिति से बचने के लिए चिड़ियाघर को खाली कराना जरूरी समझा गया है।
चिड़ियाघर प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सभी जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और ब्लड रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की योजना बनाई जाएगी। चिड़ियाघर में इस समय कोई रिस्क नहीं लिया जा रहा है, और जानवरों की सुरक्षा प्राथमिकता पर रखी गई है।