कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर और आसपास के 15 जिलों के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। अब गुर्दे की किसी भी समस्या के इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जल्द ही कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) में गुर्दा प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू की जाएगी। गुर्दे से जुड़ी हर समस्या का इलाज यहीं पर संभव होगा, जिससे हजारों मरीजों को लाभ मिलेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार और नेशनल ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को गुर्दा प्रत्यारोपण की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में नेफ्रोलॉजिस्ट और यूरोलॉजिस्ट की नियुक्ति हो गई है। डीएनबी और डीएम कोर्स की स्वीकृति मिलने से यहां पर विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार किए जाएंगे और सुपर स्पेशलिटी इलाज की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने कहा कि कानपुर के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। जल्द ही मेडिकल कॉलेज में गुर्दा प्रत्यारोपण की शुरुआत होगी, जिससे प्रदेशभर के मरीजों को फायदा मिलेगा। सभी जरूरी मंजूरियां और बजट स्वीकृत होते ही प्रत्यारोपण का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
मेडिकल छात्रों के लिए भी यह खुशखबरी है। अब उन्हें डीएनबी और डीएम कोर्स करने का मौका मिलेगा। इससे न केवल मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा बल्कि यहां से विशेषज्ञ डॉक्टर भी तैयार होंगे। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थानों में से एक है और यह सुविधा इसे और भी उन्नत बनाएगी।