कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के नवाबगंज में सोमवार को एक भावुक और साहसी घटना देखने को मिली, जब एक व्यक्ति ने जान की परवाह किए बिना 90 फीट गहरे कुएं में गिरे कुत्ते को बचाया। ये कुआं शिव मंदिर के पास स्थित है और काफी पुराना है, जिसमें अभिषेक का जल और दूध डाला जाता है, जिससे अंदर दलदली स्थिति बन चुकी है। कुत्ते के गिरने की सूचना मिलते ही वहां स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए और तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।
हालांकि फायर ब्रिगेड के देर से पहुंचने पर एक स्थानीय निवासी रामसेवक बग्गड़ ने खुद ही कुत्ते की जान बचाने की जिम्मेदारी उठाई। 51 वर्षीय रामसेवक ने चेतावनियों के बावजूद अपनी जान जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे कुएं में उतरने का फैसला लिया। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें जहरीली गैस और गहराई से खतरे की चेतावनी दी, मगर उन्होंने पीछे हटने से इनकार कर दिया।
लगभग दो घंटे की मेहनत के बाद रामसेवक ने कुत्ते को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। यह घटना जहां एक ओर इंसानियत और करुणा का प्रतीक बनी, वहीं फायर ब्रिगेड की लापरवाही ने भी प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों ने रामसेवक की बहादुरी की सराहना करते हुए उन्हें असली हीरो बताया।