कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के पशु प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। शहर का प्राणी उद्यान अब और भी रंगीन और रोचक होने जा रहा है। विशाखापट्टनम के इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क से 24 नए वन्य जीव यहां पहुंचे हैं। वहीं कानपुर से भी 25 जीव विशाखापट्टनम भेजे गए हैं। इस आदान-प्रदान के बाद दोनों जगहों के चिड़ियाघर नए मेहमानों से भर गए हैं। सबसे खास आकर्षण है काले हंस का जोड़ा, जिसे कानपुर में पहली बार लाया गया है। काले पंख और लाल चोंच वाले ये हंस यहां के विजिटर्स के लिए किसी तोहफे से कम नहीं हैं।
नए मेहमानों में काले हंस के अलावा पीले रंग का तोता लूटिनो पैराकीट और हरा ग्रीन इगुआना भी शामिल हैं। ये जीव अब कानपुर प्राणी उद्यान की खूबसूरती और बढ़ाने वाले हैं। दूसरी तरफ, कानपुर से भी कई जीव विशाखापट्टनम भेजे गए हैं। इनमें तीन बारासिंघा, एक लकड़बग्घा, चार कछुए, तीन हिरण और कई पक्षी शामिल हैं। इस तरह दोनों शहरों के चिड़ियाघरों में वन्य जीवन और भी समृद्ध हुआ है।
कानपुर प्राणी उद्यान उत्तर प्रदेश का पहला आधुनिक चिड़ियाघर है, जहां 100 से ज्यादा प्रजातियों के लगभग 1200 जीव रहते हैं। हर साल यहां लाखों पर्यटक पहुंचते हैं। अब नए जीवों के आने से यहां का आकर्षण और भी बढ़ जाएगा। खासतौर पर बच्चों और परिवारों के लिए यह एक और बड़ा आकर्षण साबित होगा।
चिड़ियाघर के निदेशक कन्हैया पटेल ने बताया कि पहली बार कानपुर में काले हंस का जोड़ा आया है। उन्होंने कहा कि यह जगह हमेशा से लोगों की पसंदीदा सैरगाह रही है और अब नए मेहमानों के आने से रोमांच और खूबसूरती दोनों दोगुनी हो गई है। प्रकृति और वन्य जीवन से जुड़ाव चाहने वाले विजिटर्स के लिए यह एक यादगार अनुभव बनने जा रहा है।