कानपुर न्यूज डेस्क: सोमवार को व्यापारी और ट्रांसपोर्टर आरटीओ दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने ट्रकों से एंट्री के नाम पर हो रही अवैध वसूली और दफ्तर में हर काम के बदले होने वाली उगाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ट्रांसपोर्टर श्याम शुक्ला ने आरोप लगाया कि इस प्रकार की वसूली पहले कभी नहीं देखी गई थी, जहां आरटीओ दफ्तर के बाबू और अधिकारी तक इस काम में शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब वे अपने वाहनों को आरटीओ को सौंप देंगे, ताकि अधिकारी अपनी कमाई कर सकें।
व्यापारी और ट्रांसपोर्टर ने आरटीओ अधिकारियों को एक मांग पत्र सौंपा और चेतावनी दी कि यदि दफ्तर की वसूली नहीं रोकी गई, तो वे जल्द ही हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे। श्याम शुक्ला ने कहा कि वे जल्द ही परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह से मुलाकात करेंगे और रूटों पर हो रही वसूली के प्रमाण पेश करेंगे।
पिछले सप्ताह कानपुर देहात के एक कारोबारी पवन शुक्ला ने आरटीओ दफ्तर में भ्रष्टाचार को लेकर हंगामा किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि अगर कोई ट्रक एंट्री नहीं कराता तो आरटीओ अधिकारी 90,000 से 1.5 लाख रुपये तक का चालान कर देते हैं। इस मुद्दे पर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल और ट्रांसपोर्टरों ने आज आरटीओ दफ्तर में जमकर हंगामा किया और धरना भी दिया।
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि इस तरह की अवैध वसूली से उनका काम प्रभावित हो रहा है और वे अब इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम उठाने का विचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस पर रोक नहीं लगी, तो वे सख्त कार्रवाई करेंगे।