कानपुर न्यूज डेस्क: भारतीय रेल को देश की जीवन रेखा कहा जाता है, क्योंकि यह सिर्फ यात्रियों को गंतव्य तक नहीं पहुंचाती बल्कि भारत की संस्कृति और विविधता की झलक भी दिखाती है। देश के लगभग हर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के साथ कुछ और ‘स्थायी मेहमान’ भी नजर आते हैं — बंदर। ये बंदर रोजाना हजारों यात्रियों से खाना, फल या मिठाई पाने की उम्मीद में स्टेशनों को अपना ठिकाना बना चुके हैं। लेकिन कानपुर से इस ‘पुराने रिश्ते’ से जुड़ी एक दुखद खबर सामने आई है।
कानपुर और कासगंज रेलवे स्टेशनों के बीच कुछ बंदर अपने झुंड के साथ रेलवे लाइन के पास पहुंच गए। वहां वे पटरियों पर बैठ गए थे, तभी अचानक तेज रफ्तार पैसेंजर ट्रेन आ गई। ट्रेन कासगंज से कानपुर की ओर जा रही थी और इस दौरान हादसा इतना तेज हुआ कि करीब आधा दर्जन बंदरों की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी बंदर जान बचाकर इधर-उधर भाग गए।
यह हादसा कानपुर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र के पकरा रेलवे क्रॉसिंग के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रेन के गुजरते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और देखा कि कई बंदर पटरियों पर घायल या मृत पड़े हैं। इसके बाद बाकी बंदरों का झुंड वहां पहुंचकर देर तक शोर मचाता रहा, मानो अपने साथियों की मौत पर शोक व्यक्त कर रहा हो।
यह दर्दनाक दृश्य जिसने भी देखा, उसका दिल पसीज गया। बताया जा रहा है कि इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बंदरों का झुंड अपने मरे हुए साथियों के पास बैठा दिखाई दे रहा है। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए क्षेत्र में पेट्रोलिंग और सावधानी बढ़ाई जाएगी।