कानपुर न्यूज डेस्क: भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट मुकाबले के दौरान, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) ने ग्रीन पार्क स्टेडियम में बंदरों के उत्पात को रोकने के लिए एक दिलचस्प कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि बंदर दर्शकों से खाने-पीने की चीजें और मोबाइल जैसी कीमती सामान छीन लेते थे, जिससे खेल का मजा किरकिरा हो जाता था। ऐसे में एसोसिएशन ने इस समस्या से निपटने के लिए एक अनोखी रणनीति अपनाई है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बंदरों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक अनोखा कदम उठाया गया है। दर्शकों और कैमरामैनों से सामान छीनने वाले बंदरों से निपटने के लिए लंगूरों और उनके संचालकों को तैनात किया गया है। ग्रीन पार्क के डायरेक्टर संजय कपूर ने बताया कि बंदरों के बढ़ते आतंक को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। बंदर न केवल दर्शकों से बल्कि स्टैंड में मौजूद कैमरामैनों से भी भोजन लूटने का प्रयास करते हैं, इसलिए लंगूरों की उपस्थिति से इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की गई है। मैदान में पहले से ही सुरक्षा गार्ड मौजूद हैं, लेकिन बंदरों के खतरे को कम करने के लिए लंगूरों की तैनाती को अतिरिक्त सुरक्षा उपाय के रूप में देखा जा रहा है।
मैच शुरू होने से पहले कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में कुछ अन्य चुनौतियां सामने आईं। सी ब्लॉक को दर्शकों के लिए असुरक्षित माना गया, इसलिए इसे पहले दिन बंद कर दिया गया। इसके साथ ही बारिश ने भी खेल में बाधा डाली, जिससे सिर्फ 35 ओवर ही खेले जा सके। बांग्लादेश ने तीन विकेट पर 107 रन बनाए, जबकि भारत की ओर से आर अश्विन और आकाश दीप ने विकेट चटकाए। दूसरे दिन भी बारिश का असर देखने को मिल सकता है।