आज 25 मार्च 2023 को सदाबहार अभिनेता फारूक शेख की 75वीं जयंती है। फारूक शेख एक भारतीय अभिनेता, परोपकारी और टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता थे। उन्हें 1973 से 1993 तक हिंदी फिल्मों में उनके काम के लिए और 1988 और 2002 के बीच टेलीविजन में उनके काम के लिए जाना जाता था। उन्होंने 2008 में फिल्मों में अभिनय किया और 27 दिसंबर 2013 को उनकी मृत्यु तक ऐसा करना जारी रखा। शेख का प्रमुख योगदान समानांतर सिनेमा या नए भारतीय सिनेमा में था।

उन्होंने टेलीविजन पर धारावाहिकों और शो में अभिनय किया है और तुम्हारी अमृता जैसी प्रसिद्ध प्रस्तुतियों में मंच पर प्रदर्शन किया है। उन्होंने लाहौर के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का 2010 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता है। नाट्य संस्था 'इप्टा' में कई वर्षों तक सक्रिय रहने के बाद फारूक शेख ने सिनेमा का भी मंच संभाला। सत्तर और अस्सी के दशक में समानांतर सिनेमा को काफी सराहना मिली। पहली फिल्म 1973 की 'गर्म हवा' थी। फारूक शेख ने उमराव जान, चश्मे बद्दूर, नूरी, साथ साथ, माया मेम साहिब, किसी से ना कहना, बाजार, रंग बिरंगी जैसी कई फिल्मों में अभिनय की शुरुआत की।

कॉलेज के दिनों में फारूक ने थिएटर में काफी काम किया है। एक्ट्रेस शबाना आजमी उनके साथ कॉलेज में पढ़ती थीं। वह नाटकों में साथ काम करती थीं। उनकी जोड़ी ने 'तुम्हारी अमृता' नाटक के जरिए काफी प्रसिद्धि हासिल की। फिल्म में फारूक और दीप्ति नवल की जोड़ी हिट रही है। फारूक शेख के पिता मुस्तफा शेख मुंबई में एक प्रतिष्ठित वकील थे। मां फरीदा शेख गृहिणी। फारूक ने अपनी पढ़ाई मुंबई के सेंट मैरी स्कूल से शुरू की। जहां वे पढ़ाई के साथ-साथ कई नाटकों और खेल गतिविधियों में हिस्सा लेते थे। फारूक शेख ने एक बार कहा था कि उनके भीतर के संस्कार उनके पिता मुस्तफा शेख के व्यक्तित्व का परिणाम हैं।