रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को यहां एयरो इंडिया 2025 का उद्घाटन करने के बाद कहा कि सुरक्षा की कमज़ोरी में कभी शांति नहीं मिल सकती और सिर्फ़ मजबूत बनकर ही हम बेहतर विश्व व्यवस्था के लिए काम कर पाएंगे। वैश्विक अनिश्चितताओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि एक बड़े देश के तौर पर भारत हमेशा शांति और स्थिरता का हिमायती रहा है। "हमारे लिए, भारतीय सुरक्षा या भारतीय शांति अलग-थलग नहीं है।
सुरक्षा, स्थिरता और शांति साझा निर्माण हैं जो राष्ट्रीय सीमाओं से परे हैं। (एयरो इंडिया में) विदेशी देशों के हमारे मित्रों की मौजूदगी इस बात का सबूत है कि हमारे साझेदार एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य के हमारे दृष्टिकोण को साझा करते हैं," सिंह ने कहा, एयरो इंडिया 2025 का उद्घाटन करने के बाद बोलते हुए उन्होंने आज की अनिश्चितताओं और आज के परिप्रेक्ष्य में उभर रही नई चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, "सुरक्षा की कमज़ोरी में शांति कभी हासिल नहीं की जा सकती।
शांति का वट वृक्ष केवल शक्ति की जड़ों पर ही खड़ा हो सकता है। मेरा मानना है कि हम सभी को एक साथ मज़बूत होना होगा, तभी हम शांति सुनिश्चित कर पाएंगे। मज़बूत होकर ही हम बेहतर विश्व व्यवस्था के लिए काम कर पाएंगे।" उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के इस माहौल में भारत एक बड़ा देश है, जहाँ शांति और समृद्धि है। रक्षा मंत्री ने कहा, "अगर आप भारत के इतिहास का आकलन करेंगे, तो आप पाएंगे कि हमने न तो किसी देश पर हमला किया है और न ही हम किसी बड़ी शक्ति की प्रतिद्वंद्विता में शामिल रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "एक बड़े देश के रूप में भारत हमेशा शांति और स्थिरता का हिमायती रहा है। और जब मैं यह कह रहा हूँ, तो यह सिर्फ़ कहने की बात नहीं है, बल्कि यह हमारे मौलिक आदर्श की बात है।" एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी माने जाने वाले एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का उद्घाटन सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर किया। एयरो इंडिया की थीम 'द रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज' की ओर इशारा करते हुए सिंह ने कहा, "मेरा मानना है कि इससे ज़्यादा उपयुक्त थीम कोई और हो ही नहीं सकती। यह हमें बताता है कि एक अरब से ज़्यादा लोगों वाले हमारे देश में, एक अरब अवसरों को मूर्त रूप देते हुए, यह एयरो शो उससे कम कुछ नहीं हो सकता।"
आज से शुरू हो रहे एयरो इंडिया के कई उद्देश्य हैं, उन्होंने कहा, "एयरो इंडिया का पहला महत्वपूर्ण उद्देश्य न केवल हमारी औद्योगिक क्षमता बल्कि हमारी तकनीकी प्रगति को भी पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित करना है। यह हमारे देश की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" सिंह ने कहा कि इससे भी बड़ा उद्देश्य मित्र देशों के साथ हमारे सहजीवी संबंधों को और मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि आज एयरो इंडिया के मंच पर दुनिया भर से सरकारी प्रतिनिधि, उद्योग जगत के नेता, वायुसेना के अधिकारी, वैज्ञानिक, रक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ, स्टार्ट-अप, शिक्षाविद और विभिन्न अन्य हितधारक एक साथ आए हैं। उन्होंने कहा, "यह संगम हमारे साझेदारों को एक दूसरे के करीब लाने में कारगर साबित होगा, जिससे अंततः हम सभी को लाभ होगा।"
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग तीन नदियों के संगम पर आस्था और भक्ति की डुबकी लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि आज से एयरो इंडिया के रूप में एक और महाकुंभ शुरू हो रहा है। एक ओर प्रयागराज कुंभ आत्म-खोज का कुंभ है, वहीं दूसरी ओर एयरो इंडिया का महाकुंभ शोध का कुंभ है।"