कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर मेट्रो शहर के लोगों के लिए अब एक नई उम्मीद बन गई है। खासतौर पर अंडरग्राउंड मेट्रो सेवा की शुरुआत के बाद मेट्रो में सफर करने वालों की संख्या में जबरदस्त इज़ाफा देखने को मिल रहा है। जहां पहले रोज़ाना करीब 5000 लोग मेट्रो का इस्तेमाल करते थे, अब यह संख्या बढ़कर 30,000 से ज़्यादा हो गई है। यानी कुछ ही दिनों में यात्रियों की संख्या छह गुना हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कानपुर मेट्रो के पांच अंडरग्राउंड स्टेशनों का उद्घाटन किया था। इसके बाद मेट्रो का दायरा बढ़ा और शहर के लोग इस सेवा को हाथोंहाथ लेने लगे। मेट्रो के दूसरे ही दिन 33,000 से अधिक यात्रियों ने सफर किया, जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या रही। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक यह एक रिकॉर्ड है और आने वाले समय में ये आंकड़ा 50,000 तक पहुंच सकता है।
कानपुर सेंट्रल जैसे व्यस्त स्टेशन से मेट्रो को जोड़ने के बाद आम लोगों को भारी राहत मिली है। ट्रैफिक जाम से बचने और आरामदायक सफर की वजह से अब मेट्रो को सबसे बेहतर विकल्प माना जा रहा है। शहर के बीच से होकर निकलने वाली मेट्रो ने लोगों का समय भी बचाया और जेब पर भी बोझ नहीं डाला। यही वजह है कि मेट्रो अब हर आयु वर्ग की पसंद बनती जा रही है।
पहले यह सेवा सिर्फ 9 एलिवेटेड स्टेशनों तक सीमित थी जो IIT कानपुर से मोतीझील तक जाती थी। अब जब 5 नए अंडरग्राउंड स्टेशन भी जुड़ गए हैं, तो मेट्रो का नेटवर्क 14 स्टेशनों तक फैल चुका है। इन नए स्टेशनों के कारण यात्रियों की संख्या में अचानक उछाल आया है। अधिकारी मानते हैं कि अगर यही रफ्तार रही तो जल्द ही कानपुर मेट्रो देश की सबसे व्यस्त मेट्रो सेवाओं में गिनी जाने लगेगी।