मुंबई, 10 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) हाल के दिनों में दिल की सेहत को लेकर जागरूकता बढ़ी है, और कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ शारीरिक गतिविधियों को इसका एक सरल मानक मानते हैं। एक इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रविंदर सिंह राव ने एक पॉडकास्ट में यह दावा किया कि अगर कोई व्यक्ति 45 मिनट तक लगातार या 4-5 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकता है, तो इसका मतलब है कि उसका दिल स्वस्थ है।
क्या यह दावा पूरी तरह सच है? इस दावे पर अन्य हृदय रोग विशेषज्ञों (Cardiologists) की राय यहाँ विस्तार से दी गई है।
चलने की क्षमता: एक अच्छा 'फिटनेस चेक'
कार्डियोलॉजी विभाग, सीके बिड़ला अस्पताल, दिल्ली के सलाहकार डॉ. संजीव कुमार गुप्ता बताते हैं कि हृदय की फिटनेस का आकलन करने के लिए कार्डियोलॉजिस्ट अक्सर "वॉक टेस्ट" जैसे सरल कार्यात्मक आकलन (functional assessments) का उपयोग करते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो औपचारिक ट्रेडमिल या स्ट्रेस टेस्ट नहीं करा पाते हैं। एक स्वस्थ दिल प्रभावी ढंग से रक्त पंप करता है और मध्यम शारीरिक गतिविधि को आसानी से करने देता है।
वोक्हार्ट हॉस्पिटल्स, मुंबई सेंट्रल के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. पारिन सांगोई के अनुसार, यह एक अच्छा सूचक (marker) तो है, लेकिन एकमात्र मानक नहीं।
"अगर आप बिना सीने में दर्द, असामान्य साँस फूलने, या थकान के इतनी गति से चल सकते हैं, तो इसका तात्पर्य है कि आपके फेफड़े और दिल ठीक से काम कर रहे हैं। लेकिन हृदय स्वास्थ्य के आकलन में स्टैमिना ही एकमात्र कारक नहीं है; रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, शुगर स्तर, जीवनशैली और पारिवारिक इतिहास भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इसलिए, चलने को 'फिटनेस चेक' के रूप में उपयोग करें, न कि संपूर्ण चिकित्सा अद्यतन (complete medical update) के रूप में।"
सेल्फ़-टेस्ट: चलते समय किन बातों पर ध्यान दें?
विशेषज्ञों का कहना है कि आप चलते समय अपने शरीर पर ध्यान दें। यह जानने के लिए कि आपका दिल कितना स्वस्थ है, चलते समय इन लक्षणों पर गौर करें:
साँस फूलना (Short of Breath): कब और कितना साँस फूलती है।
धड़कन (Palpitations): दिल की धड़कन का असामान्य रूप से तेज़ या अनियमित होना।
सीने में कसाव (Chest Tightness): चलने के दौरान या बाद में सीने में कोई जकड़न महसूस होना।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो यह चेतावनी संकेत हो सकता है और आपको चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
याद रखें: निरंतरता गति से अधिक महत्वपूर्ण है
डॉ. सांगोई बताते हैं कि महीनों तक न चलने के बाद एक दिन तेज़ चलना कोई जानकारी नहीं देता। उन्होंने जोर दिया, "नियमित रूप से उस दर को बनाए रखने में सक्षम होना ही वास्तव में हृदय फिटनेस को इंगित करता है।"
यह ज़रूरी नहीं कि आप 45 मिनट या 4-5 किमी की सटीक दूरी पर ध्यान दें। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप नियमित रूप से चलते रहें और इस बात पर ध्यान दें कि आपका शरीर कैसा महसूस कर रहा है।
उम्र के अनुसार ध्यान दें: 40, 50 या उससे अधिक उम्र के लोगों को अपनी गति से शुरुआत करनी चाहिए, फिर धीरे-धीरे समय और गति बढ़ानी चाहिए।
अगर आपको मधुमेह, उच्च रक्तचाप या मोटापा है, तो अपनी सीमा से अधिक चलने से पहले अपने चिकित्सक से बात करें।
हृदय को पूर्ण सुरक्षा के लिए क्या करें?
चलना रक्त परिसंचरण में सुधार करने, वज़न बनाए रखने, तनाव कम करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में अद्भुत काम करता है। हालांकि, हृदय की पूर्ण सुरक्षा के लिए, डॉ. सांगोई सलाह देते हैं कि आपको:
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (वज़न उठाना) को शामिल करना चाहिए।
पौष्टिक भोजन करना चाहिए।
पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
धूम्रपान या अत्यधिक शराब पीने से बचना चाहिए।
संक्षेप में, चलना एक अच्छी शुरुआत है, लेकिन दिल को स्वस्थ रखने की इमारत का यह पूरा ढाँचा नहीं है। यदि कोई व्यक्ति गतिविधि के इस स्तर को बनाए रखने में असमर्थ है, तो उसे कम हृदय फिटनेस या अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत मानते हुए चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।