भारत और इटली के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित एक उच्च-स्तरीय बैठक में दोनों देशों ने निवेश, सुरक्षा, विज्ञान-तकनीक, शिक्षा और आतंकवाद के खिलाफ合作 जैसे अहम मुद्दों पर हुई अब तक की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी मौजूद रहीं। विदेश मंत्रालय ने इस मुलाकात को बेहद सकारात्मक और भविष्य की संभावनाओं से भरी बताया है।
2025-29 की संयुक्त रणनीतिक योजना पर सहमति
बैठक में दोनों देशों ने 2025-29 की संयुक्त रणनीतिक योजना को लेकर चल रही तैयारियों पर चर्चा की और इसे आगे बढ़ाने पर सहमति जताई। यह रणनीतिक रोडमैप आने वाले वर्षों में व्यापार, रक्षा सहयोग, शिक्षा और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा। भारत की एक्ट ईस्ट और एक्ट यूरोप नीति के तहत यूरोपीय देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है, और इटली इसमें एक प्रमुख साझेदार के रूप में उभर रहा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने इस बात पर संतोष जताया कि बीते कुछ वर्षों में भारत-इटली संबंधों में उल्लेखनीय तेजी आई है और अब यह साझेदारी पारंपरिक कूटनीति से आगे बढ़कर आर्थिक और तकनीकी सहयोग की दिशा में बदल रही है।
इटली का 2026 AI समिट के लिए समर्थन
चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री मेलोनी ने भारत में 2026 में होने वाले ग्लोबल एआई समिट के लिए इटली का पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया। भारत हाल के वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल गवर्नेंस, साइबर सुरक्षा और टेक्नोलॉजी इनोवेशन के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। AI समिट में इटली के सहयोग से शोध, स्टार्टअप इकोसिस्टम और उन्नत तकनीकी ढांचों को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।
व्यापार 15 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है
आर्थिक सहयोग पर चर्चा करते हुए मंत्रालय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत और इटली का कुल द्विपक्षीय व्यापार 15 बिलियन डॉलर के करीब पहुंच सकता है, जो दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच मजबूत और स्थिर व्यापारिक संबंधों को दर्शाता है। साल 2000 से अब तक इटली द्वारा भारत में लगभग 4 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया गया है। ऊर्जा, मशीनरी, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, फैशन, खाद्य प्रसंस्करण और उच्च तकनीक वाले औद्योगिक क्षेत्र इटली के निवेश के प्रमुख क्षेत्रों में शामिल हैं।