कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रही अंदरूनी कलह अब तेजी से खत्म होती दिखाई दे रही है। पार्टी आलाकमान के सख्त निर्देश के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पिछले चार दिनों में दो बार एक-दूसरे के घर पर नाश्ते पर मुलाकात की है। इन मुलाकातों के बाद दोनों नेताओं ने एक साथ आकर दावा किया है कि उनके बीच किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है और वे एकजुट होकर सरकार चला रहे हैं।
सीएम सिद्धारमैया आज (मंगलवार) उपमुख्यमंत्री शिवकुमार के सदाशिवनगर स्थित आवास पर नाश्ते के लिए पहुँचे। मुलाकात के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सिद्धारमैया ने इस सवाल का भी जवाब दिया कि डीके शिवकुमार कब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “मैंने और शिवकुमार ने साथ में नाश्ता किया, फिर पार्टी के मामलों और अगले हफ्ते (8 दिसंबर) से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र की रणनीति पर चर्चा की। हम विधानसभा सत्र में विपक्ष का सामना करेंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा, “हम हमेशा एकजुट हैं, हम भाई हैं और साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। शिवकुमार और मैं एक हैं। हम सरकार चला रहे हैं। भविष्य में भी हम एक साथ मिलकर सरकार चलाएंगे।”
शिवकुमार कब बनेंगे सीएम? सिद्धा का जवाब
जब सिद्धारमैया से मीडिया ने सीधा सवाल किया कि डीके शिवकुमार कब मुख्यमंत्री बनेंगे, तो इस पर मुख्यमंत्री ने सीधा और सधा हुआ जवाब दिया: “जब पार्टी आलाकमान कहेगा।”
सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि अगर आलाकमान उन्हें दिल्ली बुलाएगा तो वह उनसे मिलने जरूर जाएंगे। उनका यह बयान दर्शाता है कि दोनों नेताओं ने फिलहाल नेतृत्व के मसले को पूरी तरह से पार्टी आलाकमान के पाले में डाल दिया है और सार्वजनिक तौर पर मतभेद खत्म करने का संदेश दिया है।
आलाकमान के निर्देश पर शुरू हुई 'सौहार्द यात्रा'
कर्नाटक में शीर्ष पद के लिए दोनों नेताओं के बीच तनाव की खबरें लगातार आ रही थीं। इसी विवाद के बीच, दिल्ली स्थित पार्टी आलाकमान ने दोनों नेताओं को आपस में मिलकर मतभेद सुलझाने का निर्देश दिया था।
इसके बाद, दोनों नेता पिछले चार दिनों में दो बार नाश्ते पर मुलाकात कर चुके हैं। पहली मुलाकात शनिवार को हुई थी, जब शिवकुमार नाश्ते के लिए मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 'कावेरी' पर गए थे।
आज की मुलाकात को 'सौहार्द यात्रा' के रूप में देखा जा रहा है। मंगलवार को जब सिद्धारमैया डीके शिवकुमार के आवास पर पहुँचे, तो शिवकुमार और उनके भाई, पूर्व कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इससे पहले शिवकुमार ने सोमवार को कहा था कि वह और मुख्यमंत्री दोनों एक टीम के रूप में मिलकर काम करते रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया था कि किसी भी विवाद की संभावना के इतर, वे दोनों भाइयों की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने सिद्धारमैया को नाश्ते पर आमंत्रित करने का उद्देश्य यही बताया था कि कर्नाटक से किए गए वादों को पूरा करने के लिए सामूहिक कोशिशों पर चर्चा की जा सके।