अमेरिकी कांग्रेस में प्रस्तावित "Fairness for High-Skilled Americans Act" (H.R. 2315) नामक बिल के कारण अमेरिका में अध्ययनरत भारतीय छात्रों के बीच चिंता का माहौल है। यह बिल अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए Optional Practical Training (OPT) कार्यक्रम को समाप्त करने का प्रस्ताव रखता है, जो वर्तमान में छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में एक से तीन वर्ष तक काम करने की अनुमति देता है। Congressman Paul Gosar D.D.S.+2Reddit+2The American Bazaar+2
OPT कार्यक्रम पर संभावित प्रभाव:
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भारतीय छात्रों पर असर: अमेरिका में लगभग 3 लाख से अधिक भारतीय छात्र अध्ययनरत हैं, जिनमें से कई OPT के माध्यम से व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करते हैं। यदि यह बिल पारित होता है, तो इन छात्रों को अपनी पढ़ाई के तुरंत बाद अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है, जिससे उनके करियर और वित्तीय स्थिरता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
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H-1B वीजा पर निर्भरता: OPT की अनुपस्थिति में, छात्रों को H-1B वीजा प्राप्त करने पर निर्भर रहना होगा, जो एक प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया है और जिसमें वार्षिक सीमाएं होती हैं। इससे छात्रों के लिए अमेरिका में काम करने के अवसर सीमित हो सकते हैं।
बिल की वर्तमान स्थिति: यह बिल अभी प्रस्तावित चरण में है और इसे कानून बनने के लिए प्रतिनिधि सभा, सीनेट और राष्ट्रपति की मंजूरी की आवश्यकता होगी। पूर्व में भी ऐसे प्रयास किए गए हैं, लेकिन वे सफल नहीं हुए। इसलिए, छात्रों को सतर्क रहने और संभावित परिवर्तनों के लिए तैयार रहने की सलाह दी जाती है।
छात्रों के लिए सुझाव:
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H-1B वीजा प्रक्रिया में तेजी लाएं: जो छात्र अमेरिका में काम जारी रखना चाहते हैं, उन्हें H-1B वीजा के लिए आवेदन प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए।
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अन्य देशों में अवसरों की खोज करें: यदि अमेरिका में काम करने के अवसर सीमित हो जाते हैं, तो कनाडा, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में रोजगार के विकल्पों पर विचार करें।
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वित्तीय योजना बनाएं: एजुकेशन लोन और अन्य वित्तीय दायित्वों को ध्यान में रखते हुए, भविष्य की योजनाओं को समायोजित करें।
अंत में, छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे विश्वसनीय स्रोतों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करते रहें और अपने विश्वविद्यालयों के अंतरराष्ट्रीय छात्र कार्यालयों से मार्गदर्शन लें।