मुंबई, 4 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अभिनेत्री कल्कि कोचलिन ने हाल ही में अपने खान-पान की आदतों को लेकर कई जानकारी साझा की हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ किस तरह का भोजन करती हैं। Kalki ने बताया कि जहां सुबह का नाश्ता वह और उनके पार्टनर मिलकर बनाते हैं, वहीं दोपहर का भोजन भारतीय होता है, जिसमें उनकी बंगाली कुक द्वारा बनाई गई मछली भी शामिल होती है।
हालांकि, Kalki ने खुलासा किया कि उनका रात का खाना सलाद पर आधारित और हल्का होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी डाइट पूरी तरह से केवल हेल्दी फूड पर केंद्रित नहीं है; वे फ्रेंच फ्राइज़ और पास्ता (उनकी बेटी का पसंदीदा पास्ता बोलोग्नीज़ है) जैसी चीज़ें भी खाती हैं। Kalki के इस खुलासे ने एक बार फिर से रात के भोजन को हल्का रखने के महत्व को रेखांकित किया है।
हल्का रात का भोजन क्यों है ज़रूरी?
Kalki की इस आदत को सही ठहराते हुए, विशेषज्ञों ने हल्के रात के भोजन के महत्व पर ज़ोर दिया है। मुंबई सेंट्रल के वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट जीआई सर्जन डॉ. इमरान शेख के अनुसार, रात में भारी भोजन करना पाचन तंत्र पर भारी पड़ सकता है, जिससे एसिडिटी, सूजन (bloating), अपच और यहाँ तक कि एसिड रिफ्लक्स (GERD) जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
डॉ. शेख ने बताया कि सोने से ठीक पहले भारी भोजन करने पर पेट का एसिड आसानी से भोजन नली (esophagus) में वापस बह सकता है, जिससे बेचैनी होती है और नींद खराब होती है।
पाचन स्वास्थ्य के लिए सही समय
विशेषज्ञों का कहना है कि हल्का रात का भोजन, जिसमें उबली हुई सब्जियाँ, सूप और लीन प्रोटीन जैसे आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ शामिल हों, पेट और आंतों पर काम का बोझ कम कर देता है। यह सुचारु पाचन को बढ़ावा देता है और कब्ज को कम करता है।
नैदानिक (clinical) दृष्टिकोण से, रात को सोने से कम से कम दो से तीन घंटे पहले रात का खाना समाप्त कर लेना आदर्श माना जाता है। यह पेट को आंशिक रूप से खाली होने के लिए पर्याप्त समय देता है, जिससे रिफ्लक्स का खतरा कम होता है और समग्र नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। साथ ही, रात में उच्च वसा (high-fat) वाले, तले हुए या मसालेदार भोजन से परहेज करने की भी सलाह दी जाती है, क्योंकि वे गैस्ट्रिक खाली होने में देरी करते हैं।