कानपुर न्यूज डेस्क: चिड़ियाघर में ऐश्वर्या के बाड़े को फिर से आबाद किया जाएगा, जिसमें मादा जेब्रा को एक नया साथी मिलेगा। इसके साथ ही, उत्तर भारत में पहली बार चिड़ियाघर में कंगारू जैसे दिखने वाला वलाबी और रंग-बिरंगे स्कॉर्लेट मकाऊ भी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे। गुजरात के जामनगर स्थित वन तारा चिड़ियाघर से कुल 10 वन्य जीव कानपुर चिड़ियाघर में लाए गए हैं, जिसमें दो जेब्रा, चार वलाबी और चार स्कॉर्लेट मकाऊ शामिल हैं।
सोमवार को रेंजर नवेद इकराम ने इन सभी जीवों को कानपुर चिड़ियाघर के लिए रवाना किया। बीते साल मादा जेब्रा ऐश्वर्या की मृत्यु के बाद उसका बाड़ा खाली पड़ा था, लेकिन अब इस बाड़े में एक नए साथी की उपस्थिति से यह फिर से जीवंत हो जाएगा। जामनगर के वन तारा चिड़ियाघर से वन्य जीवों के आदान-प्रदान के लिए कई दिनों से बातचीत हो रही थी, और अब इस प्रक्रिया को मंजूरी मिल गई है।
चिड़ियाघर के अधिकारी बताते हैं कि एक साल पहले जन्मी गैंडा गौरी को भी वन तारा चिड़ियाघर भेजा जाएगा। इसके बदले, कानपुर चिड़ियाघर से गैंडा गौरी को वन तारा भेजने का निर्णय लिया गया है, जिससे यह आदान-प्रदान प्रक्रिया पूरी हो सके।
चिड़ियाघर के इस नए आगमन से दर्शकों को वन्य जीवों के नए और आकर्षक प्रजातियों का अनुभव मिलेगा। यह कदम चिड़ियाघर में प्रजातियों के संरक्षण और जनसामान्य को प्राकृतिक दुनिया से जोड़ने के उद्देश्य से उठाया गया है।