ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज में मिली 1-2 से हार के बाद, टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाजों रोहित शर्मा और विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन को लेकर फैंस और पूर्व खिलाड़ियों द्वारा मनाए जा रहे जश्न पर पूर्व सलामी बल्लेबाज और क्रिकेट विश्लेषक गौतम गंभीर भड़क उठे हैं। गंभीर ने सीधे तौर पर खिलाड़ियों और उनके प्रशंसकों पर तंज कसते हुए कहा है कि सीरीज हार की तुलना में किसी व्यक्तिगत शानदार प्रदर्शन का जश्न नहीं मनाना चाहिए।
रोहित-विराट की शानदार वापसी
करीब सात-आठ महीने के अंतराल के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे रोहित शर्मा और विराट कोहली ने वनडे सीरीज के अंतिम मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि भारत यह सीरीज 1-2 से हार गया, लेकिन तीसरे वनडे में दोनों ने शानदार पारियां खेलीं, जिससे टीम को जीत मिली थी।
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रोहित शर्मा: उन्होंने तीसरे वनडे में नाबाद 131 रन बनाए और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब भी मिला।
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विराट कोहली: वह लगातार दो बार शून्य पर आउट होने के बाद तीसरे वनडे में नाबाद 74 रन बनाने में सफल रहे।
दोनों दिग्गजों के फॉर्म में लौटने पर फैंस और कई पूर्व खिलाड़ियों ने जमकर जश्न मनाया और उनकी तरफदारी की। लेकिन गंभीर का मानना है कि इस उत्साह के पीछे टीम की हार को नजरअंदाज कर दिया गया।
गंभीर ने सीरीज हार को बताया बड़ी बात
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज हार के बाद आए एक वीडियो बयान में गौतम गंभीर ने रोहित और विराट के प्रदर्शन की तारीफ तो की, लेकिन तुरंत बाद यह स्पष्ट कर दिया कि सीरीज हार एक बड़ी बात है, जिसका जश्न नहीं मनाया जाना चाहिए। गंभीर ने अपने बयान में कहा, "हार में शानदार प्रदर्शन का कभी जश्न नहीं मनाना चाहिए। मैं हमेशा ही इस बात में मानता हूं कि किसी एक के प्रदर्शन के बारे में बात नहीं होनी चाहिए। मैं हर एक के प्रदर्शन पर खुश रहूंगा लेकिन आखिर में हम वनडे सीरीज हारे और ये बड़ी बात है।"
भारतीय हेड कोच के हवाले से दिए गए इस बयान से साफ पता चलता है कि गंभीर का निशाना उन प्रशंसकों और पंडितों पर है जो व्यक्तिगत मील के पत्थर को टीम की सामूहिक विफलता से ऊपर रखते हैं। गंभीर ने अपनी बात पर ज़ोर देते हुए कहा, "मैं कभी भी सीरीज हार का बतौर कोच जश्न नहीं मनाऊंगा।"
फैंस की तरफदारी पर कसा तंज
गौतम गंभीर का यह बयान उनके पुराने रुख के अनुरूप है, जहाँ वह हमेशा टीम की जीत को व्यक्तिगत प्रदर्शन से ऊपर रखते हैं। उनका मानना है कि क्रिकेट एक टीम गेम है और जब टीम बड़े इवेंट या सीरीज में हारती है, तो किसी एक या दो खिलाड़ी के स्कोर का जश्न मनाना उचित नहीं है। यह विवाद अब सोशल मीडिया पर तूल पकड़ सकता है, जहाँ रोहित और विराट के फैंस गंभीर की इस टिप्पणी को अनावश्यक और कड़वा मान सकते हैं। बहरहाल, गंभीर ने एक बार फिर क्रिकेट जगत को याद दिलाया है कि सीरीज जीत ही अंतिम लक्ष्य होना चाहिए, न कि व्यक्तिगत आंकड़े।