क्रिकेट के मैदान पर व्यक्तिगत उपलब्धियों का महत्व तब तक अधूरा रहता है, जब तक टीम जीत हासिल न कर ले। यह बात भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज—रोहित शर्मा और विराट कोहली—बेहतर तरीके से समझते हैं। ऑस्ट्रेलिया में इन्हीं दोनों की उपस्थिति के बावजूद भारत को वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था, और तीसरे निर्णायक वनडे में दोनों की कोशिश रहेगी कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह कसक भारतीय फैंस के दिलों में न रह जाए।
भारत शुक्रवार (6 दिसंबर) को विशाखापत्तनम में होने वाले तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत हासिल करके श्रृंखला अपने नाम करने की कोशिश करेगा। अगर भारत यह मैच जीतता है, तो टीम के प्रदर्शन और स्थिरता को लेकर चल रही अटकलों पर भी विराम लगेगा। इसके लिए कोहली और रोहित को एक बार फिर अपना महत्वपूर्ण योगदान देना होगा।
रोहित और कोहली पर दारोमदार
रोहित और कोहली, जो अपने करियर के अवसान पर हैं, इस सीरीज को जीतकर अपने गौरवशाली अध्याय में एक और उपलब्धि जोड़ना चाहेंगे। उनका मौजूदा फॉर्म शानदार रहा है, जो टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी उम्मीद है:
इसमें कोई संदेह नहीं है कि वनडे क्रिकेट में इन दोनों के अनुभव का कोई सानी नहीं है, और इस तरह के दबाव वाले निर्णायक मैच में खेलने का उन्हें अच्छा अनुभव है। इसलिए, भारत की जीत में उनकी भूमिका निर्णायक होगी।
सबका साथ, तभी टीम का विकास
यह स्पष्ट है कि अकेले रोहित और विराट कोहली मैच नहीं जिता सकते। उन्हें टीम के बाकी खिलाड़ियों से भी बेहतर साथ की जरूरत है। माना जा रहा है कि भारतीय टीम प्रबंधन वाशिंगटन सुंदर को विश्राम देकर उनकी जगह तिलक वर्मा को मध्यक्रम की बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए अंतिम एकादश में शामिल करने पर गंभीरता से विचार कर सकता है। तिलक वर्मा एक अच्छे बल्लेबाज होने के साथ-साथ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं और बेहतरीन क्षेत्ररक्षक भी हैं, जिससे वह ऋषभ पंत पर बढ़त हासिल कर सकते हैं।
गेंदबाजी विभाग भी अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाया है। भारत को उम्मीद होगी कि युवा तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा अच्छा प्रदर्शन करेंगे और अनुभवी अर्शदीप सिंह का पूरा साथ देंगे। स्पिन विभाग में, विशेषकर विशाखापत्तनम के मैदान पर, कुलदीप यादव की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
इस निर्णायक मुकाबले में जीत हासिल करने के लिए, भारतीय टीम को सभी विभागों में—बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण—संतुलित और प्रभावशाली प्रदर्शन करना होगा।
संभावित टीम संरचना:
भारत: केएल राहुल (कप्तान/विकेट कीपर), रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, तिलक वर्मा, ऋषभ पंत (विकेट कीपर), वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, रुतुराज गायकवाड़, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, ध्रुव जुरेल।
दक्षिण अफ्रीका: तेम्बा बावुमा (कप्तान), ओटनील बार्टमैन, कॉर्बिन बॉश, मैथ्यू ब्रीट्ज़के, डेवाल्ड ब्रेविस, नांद्रे बर्गर, क्विंटन डी कॉक, टोनी डी जॉर्जी, रुबिन हरमन, केशव महाराज, मार्को यानसन, एडेन मार्क्रम, लुंगी एनगिडी, रयान रिकेलटन, प्रेनेलन सुब्रायन।