मुंबई, 10 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए अमेरिकी अरबपति इलॉन मस्क ने खुलकर प्रचार किया था। लेकिन, मस्क के पुराने साथी और ओपन AI के CEO सैम ऑल्टमैन ने उन्हें चकमा दे दिया। ऑल्टमैन ने ट्रम्प को अपने पक्ष में कर लिया और वाइट हाउस में पकड़ बना ली। ट्रम्प के शपथ समारोह में भी ऑल्टमैन को ओवरफ्लो रूम में बैठाया गया, जबकि मस्क, मार्क जकरबर्ग और जेफ बेजोस जैसे अन्य तकनीकी अरबपतियों ने कैपिटल रोटुंडा के मंच पर स्थान मिला था। अब रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि शपथ समारोह से कुछ दिन पहले वॉशिंगटन के लिए उड़ान भरने के दौरान ऑल्टमैन और ट्रम्प की फोन पर बात हुई। 25 मिनट के कॉल में ऑल्टमैन ने ट्रम्प को AI के सेक्टर में अमेरिका को ग्लोबल लीडर बनाने का खाका पेश किया। कॉल से परिचित 3 लोगों के मुताबिक ऑल्टमैन ने ट्रम्प को भरोसा दिलाया कि वे AI सेक्टर में अमेरिका को चीन पर बढ़त दिलाएंगे।
इस रिपोर्ट से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ऑल्टमैन ने ट्रम्प को बड़ी योजना और बड़ी डील के लिए मना लिया। ऑल्टमैन ने ट्रम्प से कहा कि अमेरिकी टेक इंडस्ट्री आर्टिफिशियल जनरल इंटेलीजेंस हासिल कर लेगी। यानी जब टेक्नोलॉजी इंसानों के जैसी बुद्धिमता हासिल कर लेगी। ऑल्टमैन ने ट्रम्प को भरोसा दिलाया कि वह स्थिति ट्रम्प के इस कार्यकाल के दौरान ही आ जाएगी। चीन को मात देने के लिए ओपन AI, ओरेकल और सॉफ्टबैंक मिलकर 8.30 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। इसी का नतीजा था कि समारोह के अगले दिन ऑल्टमैन वाइट हाउस के रूजवेल्ट रूम में ट्रम्प के पीछे खड़े थे, जब ट्रम्प ने स्टारगेट प्रोजेक्ट का ऐलान किया।
यह खबर दैनिक भास्कर से ली गई है।