कानपुर न्यूज डेस्क: प्रयागराज जंक्शन ने इस बार कमाई के मामले में ऐसा कमाल किया है कि कानपुर सेंट्रल भी पीछे छूट गया। उत्तर मध्य रेलवे के मुताबिक प्रयागराज जंक्शन ने 551 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक कमाई दर्ज की है, जो पूरे ज़ोन के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पिछले साल की तुलना में इस बार 140 करोड़ रुपये की बढ़त हुई है, और इसका सबसे बड़ा कारण रहा महाकुंभ, जहां करोड़ों श्रद्धालुओं ने ट्रेनों से यात्रा की।
महाकुंभ के प्रभाव से न सिर्फ प्रयागराज जंक्शन बल्कि छिवकी और सूबेदारगंज जैसे स्टेशनों की आय में भी खासा इज़ाफा देखा गया। पिछले वर्ष प्रयागराज जंक्शन ने 411.98 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जबकि इस बार यह आंकड़ा 511 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते हुए रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के अलावा अतिरिक्त कोच भी लगाए, जिसका सीधा लाभ राजस्व में दिखा।
इसी के साथ उत्तर मध्य रेलवे ने वार्षिक ग्रेडिंग भी जारी की, जिसमें प्रयागराज छिवकी को एनएसजी-2 श्रेणी में शामिल किया गया है। इस श्रेणी में पहले से कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज जंक्शन, झांसी, ग्वालियर, आगरा कैंट और मथुरा जैसे बड़े स्टेशन शामिल थे। वहीं एनएसजी-3 श्रेणी में सूबेदारगंज, चित्रकूट और फतेहपुर जैसे स्टेशन मौजूद हैं, जिनकी कमाई भी उल्लेखनीय रही।
स्टेशनों की कमाई के आंकड़ों पर गौर करें तो प्रयागराज जंक्शन 551 करोड़ रुपये के साथ शीर्ष पर है, जबकि कानपुर सेंट्रल 488 करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर। छिवकी स्टेशन ने 147 करोड़, सूबेदारगंज ने 87 करोड़, टूंडला ने 75 करोड़, इटावा ने 56 करोड़, मिर्जापुर ने 52.87 करोड़ और फतेहपुर ने 40 करोड़ रुपये की आय दर्ज की है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन को दर्शाती है।