ईडन गार्डन्स में मिली करारी हार के बाद अब टीम इंडिया के सामने गुवाहाटी में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में अपनी साख बचाने की चुनौती होगी। पहला मैच उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और कप्तान शुभमन गिल की चोट ने टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी थीं। गिल पहले टेस्ट की दोनों ही पारियों में बल्लेबाजी करने नहीं उतरे, जिसका सीधा असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या गिल दूसरे टेस्ट में टीम की कमान संभाल पाएंगे या नहीं।
गिल की फिटनेस पर सस्पेंस बरकरार
शुभमन गिल टीम इंडिया के साथ गुवाहाटी पहुंच चुके हैं, लेकिन उनका प्लेइंग-11 में शामिल होना अभी भी अनिश्चित है। पीटीआई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गिल मैच से एक दिन पहले टीम के अभ्यास सत्र में शामिल नहीं हुए। यही वजह है कि उनकी फिटनेस को लेकर सवाल और गहरे हो गए हैं। टीम मैनेजमेंट की ओर से साफ किया गया है कि गिल को मैच से ठीक पहले एक फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा, और उसी के आधार पर यह तय किया जाएगा कि वह मैदान पर उतरेंगे या नहीं। यदि गिल यह टेस्ट पास कर लेते हैं, तो वह टीम की अगुवाई करते हुए दिखेंगे। लेकिन अगर वे पास नहीं हो पाते, तो ऋषभ पंत दूसरे टेस्ट में कप्तानी कर सकते हैं। पंत की कप्तानी टीम को कितना संतुलन दे पाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
अगर गिल बाहर हुए, तो किसे मिलेगा मौका?
टीम इंडिया के सामने अब एक बड़ा सवाल है—गिल की जगह प्लेइंग-11 में कौन आएगा?
इस रेस में साई सुदर्शन का नाम सबसे आगे है।
पहले टेस्ट में उन्हें मौका नहीं दिया गया था और टीम मैनेजमेंट ने उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग-11 में शामिल किया था। हालांकि, सुंदर बल्ले और गेंद दोनों से प्रभाव नहीं छोड़ पाए। ऐसे में गिल के बाहर होने पर साई सुदर्शन के चयन की संभावनाएं सबसे अधिक दिखाई देती हैं। इसके अलावा, देवदत्त पडिक्कल भी एक मजबूत दावेदार हैं। पडिक्कल शानदार फॉर्म में हैं और कोच गौतम गंभीर को उन्हें और सुदर्शन—दोनों को नेट्स में खास तौर पर बल्लेबाजी सिखाते और रणनीति समझाते हुए देखा गया था। इससे संकेत मिलते हैं कि टीम मैनेजमेंट गिल की अनुपस्थिति की स्थिति में दोनों खिलाड़ियों को गंभीरता से विकल्प के रूप में सोच रहा है।
टीम इंडिया की चुनौतियां
गुवाहाटी में टीम इंडिया को न सिर्फ मजबूत प्लेइंग-11 उतारनी है, बल्कि ईडन टेस्ट में मिली हार से उबरना भी है। ओपनिंग स्लॉट, मिडिल ऑर्डर की स्थिरता और गेंदबाजों की रणनीति—तीनों ही पहलुओं पर टीम को नए सिरे से काम करना होगा। गिल अगर मैच खेलते हैं तो टीम की बैटिंग की रीढ़ मजबूत होगी, लेकिन उनके न खेलने पर भारत को नए बल्लेबाजी संयोजन के साथ उतरना पड़ेगा।