कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के यशोदानगर में रहने वाले नितेश सिंह सेंगर की पानी सप्लाई करने वाली एक फर्म है। बीते सितंबर 2024 में विजयनगर इलाके का एक युवक नौकरी मांगने उनके पास पहुंचा और खुद को अंकित त्रिपाठी बताकर फर्म में बतौर अकाउंटेंट काम करने लगा।
कुछ समय बाद फर्म मालिक को युवक पर शक हुआ। जब उसकी जानकारी निकाली गई तो पता चला कि उसका असली नाम अंकित नहीं, बल्कि आशुतोष शुक्ला है। इस पर मालिक ने उसे फटकार लगाई और कहा कि आगे से असली नाम से ही काम करे।
मामला तब और गंभीर हो गया जब फर्म द्वारा जिन दुकानों को सप्लाई की गई थी, उनके भुगतान की जानकारी ली गई। पता चला कि आशुतोष ने खुद ही ग्राहकों से सारे पैसे ले लिए और मालिक को इसकी जानकारी तक नहीं दी।
जब उससे रुपयों के बारे में पूछा गया तो उसने वापस लौटाने का वादा किया, लेकिन बाद में पैसे नहीं लौटाए। नौबस्ता थाना प्रभारी शरद तिलारा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।