कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां 11वीं के छात्र ने आत्महत्या कर ली। घटना सोमवार देर शाम की है। छात्र ने फांसी लगाने से पहले अपने मोबाइल पर अंग्रेजी में एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने लिखा— “Check my notify, I have been disturbed for a long time. I see three-four people in my dreams, they tell me to kill my family or end my life.” ये शब्द पढ़कर हर कोई सन्न है।
घटना के वक्त छात्र के माता-पिता बिहार के भागलपुर में छठ पूजा में शामिल होने गए थे, जबकि बड़ी बहन छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में थी। जब शाम को वह घर लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। आवाज लगाने और घंटी बजाने पर कोई जवाब नहीं मिला, तो उसने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा। अंदर का नजारा देखकर वह चीख पड़ी— भाई आरव का शव फंदे पर लटक रहा था।
मृतक की पहचान आरव मिश्रा (16) के रूप में हुई है, जो द जैन इंटरनेशनल स्कूल में 11वीं का छात्र था। आरव के पिता आलोक मिश्रा दवा व्यवसायी हैं और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उनके मामा बताए जा रहे हैं। परिजनों के अनुसार, आरव कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान था। उसने दिवाली के दौरान अपनी बहन से कहा था कि उसे सपनों में कुछ अजीब लोग दिखते हैं जो उसे खुदकुशी या परिवार को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाते हैं। परिवार ने इसे हल्के में लिया था।
सोमवार को जब वह घर पर अकेला था, उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मोबाइल से सुसाइड नोट बरामद किया है। मंगलवार सुबह जब परिवार बिहार से लौटा, तो बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। आरव राज्य स्तरीय तैराक भी था। उसकी मौत से परिवार और स्कूल दोनों सदमे में हैं।