कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के गोविंदनगर में सराफा कारोबारी अनिल कुमार गुप्ता से 50 लाख की रंगदारी मांगने और गोली चलवाने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस केस में मुख्य आरोपी अनुज तिवारी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अनुज के पैर में गोली लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी के पास से तमंचा बरामद हुआ है, हालांकि उसका एक साथी घटना के वक्त नीले रंग की अपाचे बाइक से फरार हो गया, जिसकी तलाश अभी जारी है।
अनिल कुमार गुप्ता गोविंदनगर के क्यू ब्लॉक में रहते हैं और बिल्हौर में ‘सेठ रामकुमार गुप्ता ज्वैलर्स’ नाम से उनकी दुकान है। घटना 8 जून की रात की है, जब वह दुकान बंद करके घर लौटे थे। उसी दौरान अपाचे बाइक सवार दो युवकों ने उन पर फायरिंग कर दी। वह उस समय कार की डिग्गी से सामान निकाल रहे थे और उन्हें सिर्फ एक धमाका सुनाई दिया। असल में उन्हें इस हमले की जानकारी तब हुई, जब किसी ने फोन कर उनसे 50 लाख की रंगदारी की मांग की।
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो सबसे पहले उस मोबाइल नंबर को ट्रेस किया गया जिससे रंगदारी मांगी गई थी। लेकिन पता चला कि वह सिम एक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान से चोरी हुआ था। इसके बाद बदमाश ने एक और नए नंबर से फोन कर पैसे की व्यवस्था पूछी, लेकिन वह सिम एक मजदूर के नाम पर निकला था जो ओडिशा का रहने वाला है और मेट्रो प्रोजेक्ट में काम करता है। जांच के दौरान शिवराजपुर टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को सुराग मिले, जिसमें हमलावरों के चेहरे साफ नजर आए।
पुलिस को सोमवार को बदमाशों की मोबाइल लोकेशन गुजैनी इलाके में मिली, जिसके बाद टीम ने पीछा करते हुए गुजैनी अंडरपास के पास आरोपियों को घेर लिया। खुद को फंसा देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की और भागने की कोशिश की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश अनुज तिवारी घायल होकर पकड़ा गया, जबकि उसका साथी छोटू फरार हो गया। डीसीपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी है और फरार साथी को पकड़ने के लिए टीमें तैनात की गई हैं।