कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर जेल में बंद पूर्व टीवी पत्रकार और प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को गंभीर अपराधों में शामिल बताया गया है। पुलिस ने मंगलवार को उन्हें अंतर-श्रेणी (आईआर-1) गिरोह का सरगना घोषित कर दिया। उनके गिरोह में 15 सदस्य शामिल हैं, जो जबरन वसूली, ब्लैकमेलिंग और संपत्ति हड़पने जैसे अपराधों में सक्रिय हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि गिरोह को कानूनी दायरे में लाने और उनकी गतिविधियों पर सख्त नजर रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
कानपुर पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने जानकारी दी कि दीक्षित के गिरोह में टीवी पत्रकार विवेक पांडे, मनोज यादव उर्फ वसूली बंदर, अखलाक अहमद और अन्य सक्रिय सदस्य शामिल हैं। गिरोह के अधिकांश सदस्य पहले से ही जमीन हड़पने और गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल में हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि जो सदस्य अभी जेल में नहीं हैं, उन्हें जल्द ही हिरासत में लेने की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, गिरोह के सदस्यों ने अवैध तरीकों से जो संपत्तियां अर्जित की हैं, उन्हें कुर्क किया जाएगा। जांच के दौरान यदि किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है, तो गिरोह के सक्रिय सदस्यों की सूची में उन्हें भी शामिल किया जाएगा। सिविल लाइंस क्षेत्र में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की नजूल संपत्ति हड़पने के प्रयास में दीक्षित और उनके साथियों को जुलाई में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने कहा कि इस गिरोह को सूचीबद्ध करने का मुख्य उद्देश्य उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करना और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करना है। पुलिस ने यह भी साफ किया कि गिरोह के सभी सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि ऐसे अपराधों पर लगाम लगाई जा सके।