कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में IIT की पीएचडी छात्रा से यौन शोषण मामले में फंसे एसीपी मोहसिन खान की जांच फिर चर्चा में है। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने फॉरेंसिक विभाग (एफएसएल) को मोबाइल, लैपटॉप और अन्य उपकरणों की रिपोर्ट के लिए रिमाइंडर भेजा है। एसआईटी का कहना है कि इन उपकरणों की फॉरेंसिक रिपोर्ट को सबूत के तौर पर जांच में शामिल किया जाएगा।
हाईकोर्ट के स्टे ने कार्रवाई में बाधा डाली
हाईकोर्ट ने मोहसिन खान की गिरफ्तारी और चार्जशीट पर रोक लगा रखी है। इसी का लाभ उठाकर आरोपी जांच में शामिल नहीं हो रहा। पुलिस ने भी स्टे हटाने के लिए कोर्ट जाने की तैयारी की थी, लेकिन वह कवायद ठंडे बस्ते में डाल दी गई है।
पुलिस के ढुलमुल रवैये से छात्रा नाराज
छात्रा का कहना है कि पुलिस आरोपी की हरकतों से उसे अवगत नहीं करा रही। साथ ही उसका लैपटॉप और मोबाइल जब्त होने से रिसर्च प्रभावित हो रही है। उसने मांग की है कि जल्द ही उसके डिवाइस लौटाए जाएं ताकि वह अपनी रिसर्च पूरी कर सके।
आरोपी पर कड़ी कार्रवाई से बच रही पुलिस
दो एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस मोहसिन खान के खिलाफ सख्त कदम उठाने से बच रही है। पुलिस का तर्क है कि हाईकोर्ट के स्टे के कारण वह कोई कार्रवाई नहीं कर सकती।
रिपोर्ट का इंतजार, जांच में देरी
एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने बताया कि एफएसएल झांसी को जल्द रिपोर्ट देने के लिए रिमाइंडर भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद चार्जशीट दाखिल करने और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
छात्रा और पुलिस दोनों असमंजस में
छात्रा पुलिस के रवैये से निराश है और बयान देने से भी बच रही है। वहीं, पुलिस न तो आरोपी को दबाव में ला पा रही है और न ही मामले में तेजी दिखा रही है। इससे जांच प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है।