कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में दो दबंगों ने 100 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया और उस पर प्लॉटिंग कर डाली। यह खुलासा तब हुआ जब दोनों के बीच जमीन को लेकर विवाद हुआ और मामला प्रशासन तक पहुंचा। जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए, और डीएम के निर्देश पर एडीएम फाइनेंस ने पूरे मामले की जांच की। जांच में यह बात सामने आई कि यह जमीन पूरी तरह से सरकारी संपत्ति है, जिस पर किसी का निजी अधिकार नहीं हो सकता।
यह घटना बिठूर नगर पंचायत क्षेत्र के ब्रह्म नगर इलाके की है, जहां तीन अलग-अलग चक नंबरों पर 100 बीघा सरकारी जमीन स्थित थी। इनमें से 19 बीघा, 78 बीघा और 3 बीघा जमीन पर राजेंद्र कुमार बाजपेई का नाम अंकित था। हालांकि, एक अन्य व्यक्ति राज मोहिंदर सिंह ने प्रशासन को पत्र लिखकर दावा किया कि यह जमीन उनकी है और राजेंद्र ने इसे अवैध रूप से कब्जा किया है।
एडीएम फाइनेंस के आदेश पर जब अधिकारियों ने जांच की, तो पता चला कि जमीन सरकारी संपत्ति के तहत आती है और इसका चकबंदी नहीं हो सकता है। सरकारी जमीन को चकबंदी प्रक्रिया से बाहर रखा जाता है। इसलिए, राजेंद्र कुमार बाजपेई और राज मोहिंदर सिंह का उस पर कोई भी अधिकार नहीं बनता। इसके बावजूद राजेंद्र ने इस जमीन पर प्लॉटिंग कर उसे बेचने की कोशिश की, जो पूरी तरह से गैरकानूनी था।
इस पूरे मामले को लेकर एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार ने बताया कि जांच के दौरान यह साफ हो गया कि यह भूमि पूरी तरह से सरकारी है और उस पर अवैध कब्जा कर प्लॉटिंग की गई थी। इस मामले में संबंधित लिपिक की तहरीर पर बिठूर थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और अब आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।