कानपुर न्यूज डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने कानपुर के एक परिवार की खुशियों को गहरे सदमे में बदल दिया। श्यामनगर के ड्रीमलैंड अपार्टमेंट निवासी शुभम द्विवेदी, जो अपने परिवार संग घूमने गए थे, हमले में आतंकियों की गोली का शिकार हो गए। दो महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी और वे अपनी पत्नी के साथ पहलगाम की वादियों में घुड़सवारी के लिए निकले थे, तभी हमला हुआ। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने उनसे नाम पूछने के बाद सिर पर गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पत्नी ऐशान्यां वहीं बेहोश होकर गिर पड़ीं।
शुभम के पिता डॉ. संजय द्विवेदी, मां सीमा, बहन और अन्य परिजन अनंतनाग में ही रुके हुए थे, जबकि शुभम और उनकी पत्नी पहलगाम चले गए थे। हमले की सूचना शाम करीब साढ़े छह बजे शुभम के परिवार तक पहुंची, जिसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया। जिस सफर को यादगार बनाना चाहा गया था, वो एक दर्दनाक हादसे में बदल गया। परिवार को लौटना 23 अप्रैल को था, लेकिन उससे पहले ही यह त्रासदी घट गई।
मूल रूप से हाथीपुर महाराजपुर क्षेत्र के रहने वाले शुभम, एक सीमेंट कंपनी में सेल्स प्रमोटर थे। उनके चाचा ज्योतिषाचार्य मनोज द्विवेदी ने बताया कि हमले के वक्त 2-3 आतंकी सेना की वर्दी में आए और अचानक फायरिंग शुरू कर दी। शुभम को गोली लगते ही पत्नी बेसुध हो गईं। पुलिस व सेना ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया। पिता जब बेटे-बहू को खोजने निकले, तब शाम को शुभम की पहचान हो पाई। इस घटना से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरा मोहल्ला स्तब्ध है। शुभम के घर पर शोक जताने वालों की भीड़ लगी रही।