कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के रायपुरवा इलाके में शनिवार रात एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक पान मसाला कंपनी में काम करने वाले सेल्स एग्जीक्यूटिव अमित नाथ मिश्रा ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने फांसी लगाने से पहले दो पन्नों का सुसाइड नोट लिखा, जिसमें कंपनी के चार कर्मचारियों पर मानसिक प्रताड़ना और सैलरी रोकने का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि कंपनी ने झूठे आरोप लगाकर उन्हें नौकरी से निकाल दिया था, जिससे वे लंबे समय से तनाव में थे।
देवनगर के रहने वाले 36 वर्षीय अमित नाथ मिश्रा करीब 17 वर्षों से एक पान मसाला कंपनी में काम कर रहे थे। शनिवार को घर पर अकेले थे, क्योंकि उनकी पत्नी अनुजा मिश्रा अपने मायके रावतपुर गांव गई थीं। पिता दुकान पर थे और मां किचन में काम कर रही थीं। शाम को जब घर लौटे तो अमित का कमरा अंदर से थोड़ा खुला था। अंदर देखा तो वे पंखे से लटके मिले। यह दृश्य देखकर परिवार के होश उड़ गए।
अमित के बड़े भाई आदित्य ने बताया कि कंपनी ने जानबूझकर उनकी सैलरी रोक दी थी और काम से निकालकर मानसिक रूप से परेशान किया। सुसाइड नोट में उन्होंने चार लोगों – शशांक शुक्ला, पंकज भदौरिया, नीलेश शुक्ला और किशन तिवारी – के नाम लिखे हैं, जिन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने लिखा कि इन लोगों ने उन्हें रोजाना प्रताड़ित किया और नौकरी से निकाल दिया। यहां तक कि उनसे जूते साफ करवाने की बात कही गई।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार गौड़ ने बताया कि सुसाइड नोट में जिन लोगों के नाम हैं, उनकी जांच की जा रही है। परिजनों ने भी पुलिस को तहरीर देने की बात कही है। अमित ने अपने नोट में यह भी लिखा कि उनके इंश्योरेंस की राशि पत्नी को दी जाए और उनके बच्चों को कोई तकलीफ न हो। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।