कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के नाम पर दो इंजीनियरों की मौत से हड़कंप मच गया है। जांच में सामने आया कि बीडीएस (डेंटल) की डिग्री रखने वाली डॉ. अनुष्का तिवारी खुद को प्लास्टिक सर्जन बताकर क्लिनिक चला रही थीं, जिसके कारण ये हादसे हुए।
फर्रुखाबाद के रहने वाले 32 वर्षीय इंजीनियर मयंक कटियार ने नवंबर 2024 में डॉ. अनुष्का के क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था। ऑपरेशन के बाद उनके चेहरे पर सूजन और असहनीय दर्द हुआ। डॉक्टर ने इसे सामान्य बताया, लेकिन अगले दिन उनकी तबीयत और बिगड़ गई और मयंक की मौत हो गई। परिवार ने उस समय पोस्टमार्टम नहीं करवाया था, लेकिन अब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
मार्च 2025 में पनकी पावर हाउस के 37 वर्षीय सहायक अभियंता विनीत दुबे ने भी इसी क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था। ऑपरेशन के बाद उन्हें संक्रमण हो गया और चेहरे पर सूजन आ गई। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद 15 मार्च को उनकी मौत हो गई। उनकी पत्नी जया त्रिपाठी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस जांच में पता चला कि डॉ. अनुष्का तिवारी के पास केवल बीडीएस की डिग्री है, जो उन्होंने फरीदाबाद के मानव रचना डेंटल कॉलेज से प्राप्त की थी। उनके पति सौरभ तिवारी, जो एमडीएस हैं, भी क्लिनिक में शामिल थे। पुलिस ने डॉ. अनुष्का के खिलाफ मेडिकल लापरवाही का मामला दर्ज किया है। वह फरार हैं और उनके मोबाइल फोन बंद हैं।