कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर प्राणी उद्यान से एक भावुक कर देने वाली खबर आई है। यहां आने वाले दर्शकों की चहेती और सबसे बुजुर्ग मादा भालू राधा ने गुरुवार को 29 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। राधा की औसत आयु 25 साल से अधिक रही, लेकिन वृद्धावस्था और कई बीमारियों के चलते उसने खाना-पानी छोड़ दिया था। जू प्रशासन ने बताया कि वह लंबे समय से बीमार थी और चारों पैरों में लकवा मार जाने के कारण हिल-डुल नहीं पाती थी।
राधा कानपुर जू की सबसे बुजुर्ग मादा भालू थी और यहां के माहौल में पूरी तरह ढल चुकी थी। वह दर्शकों की आवाज सुनते ही अपने बाड़े से बाहर आ जाती थी और खासकर बच्चों का खूब मनोरंजन करती थी। उसका स्वभाव बेहद शांत था और उसने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। स्कूल के बच्चे राधा को देखने के लिए हमेशा उत्साहित रहते थे और उसकी शरारतों को याद करते थे।
जू डायरेक्टर कन्हैया पटेल के मुताबिक राधा कई दिनों से खाना नहीं खा रही थी और उसके पिछले दोनों पैर लकवाग्रस्त हो चुके थे। जू के कीपर और डॉक्टर लगातार उसकी देखभाल कर रहे थे, लेकिन बढ़ती उम्र के कारण उसका शरीर साथ नहीं दे रहा था। इलाज के बावजूद गुरुवार को उसने दम तोड़ दिया, जिससे जू स्टाफ और नियमित दर्शक बेहद दुखी हैं।
राधा के निधन से कानपुर जू के माहौल में गहरा सन्नाटा छा गया है। उसकी यादें यहां आने वाले हर व्यक्ति के दिल में हमेशा जीवित रहेंगी। लंबे समय तक दर्शकों का मनोरंजन करने वाली यह मादा भालू अपने शांत और प्यारे स्वभाव के कारण सबकी प्रिय बनी रही।