कानपुर न्यूज डेस्क: अकबरपुर थाना क्षेत्र के बारा गांव में सोमवार रात आनंदेश्वर कोल्ड स्टोरेज में लगी आग में झुलसे कर्मी ऋषभ शर्मा की मौत के बाद बुधवार को हालात तनावपूर्ण हो गए। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर कोल्ड स्टोरेज पहुंचे और हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। देखते ही देखते कानपुर-इटावा मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े रहे और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
घटना की जानकारी मिलने पर राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बातचीत कर उन्हें शांत करने का प्रयास किया और मामले में जांच व उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। बताया जा रहा है कि बारा टोल प्लाजा से लेकर जैनपुर तक करीब तीन किलोमीटर तक जाम लगा रहा, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दरअसल, सोमवार रात करीब एक बजे कोल्ड स्टोरेज में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। कर्मी ऋषभ शर्मा बुरी तरह झुलस गए थे। परिजनों का आरोप है कि कोल्ड स्टोरेज संचालक ने हादसे की जानकारी छिपाई और इलाज में लापरवाही बरती। मंगलवार को लखनऊ में ऋषभ की मौत होने के बाद परिवार को घटना की जानकारी मिली।
ऋषभ की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिजन तब तक शांत नहीं हुए जब तक उन्हें कार्रवाई और मुआवजे का भरोसा नहीं मिला। देर शाम तक पुलिस अधिकारियों ने हालात पर काबू पाया और जाम खुलवाया।