कानपुर न्यूज डेस्क: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की और मंडी के निदेशक रह चुके प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी अब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कुलपति होंगे। शिक्षा मंत्रालय ने यह नियुक्ति तीन साल के कार्यकाल के लिए की है। फिलहाल वे IIT कानपुर में प्रोफेसर हैं और कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से उनका कार्यकाल शुरू होगा।
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति, जो बीएचयू के विजिटर भी हैं, ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए यह नियुक्ति की है। नियमों के अनुसार, चतुर्वेदी का कार्यकाल या तो तीन साल का होगा या फिर 70 वर्ष की उम्र पूरी होने तक चलेगा, जो भी पहले हो।
प्रोफेसर चतुर्वेदी वायरलेस संचार प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने 1986, 1988 और 1995 में क्रमशः बी.टेक., एम.टेक. और पीएचडी IIT कानपुर से पूरी की। उनका शोध कार्य संचार सिद्धांत और वायरलेस कम्युनिकेशन से जुड़ा है। वे ‘वेवफॉर्म शेपिंग’ और ‘सीक्वेंस डिजाइन’ में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए जाने जाते हैं।
उनकी नियुक्ति को बीएचयू और शिक्षा जगत के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि उनके नेतृत्व में बीएचयू में शोध और नवाचार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल करने की संभावना है।