कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर के इंपायर क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद एक और इंजीनियर की मौत का मामला सामने आया है। फर्रुखाबाद के रहने वाले 32 वर्षीय मयंक कटियार की मां ने 6 महीने बाद पुलिस से शिकायत की है, लेकिन अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है। मां का आरोप है कि डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने इलाज में लापरवाही की, जिसके कारण उनके बेटे की तड़प-तड़पकर मौत हो गई।
मयंक, जो कानपुर के प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक करने के बाद नौकरी कर रहे थे और कानपुर में बिजनेस सेटअप की तैयारी कर रहे थे, ने 18 नवंबर 2024 को केशवपुर स्थित इंपायर क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। परिवार का कहना है कि सुबह 8 बजे बुलाने के बाद 2 बजे उन्हें क्लिनिक से छुट्टी दे दी गई। घर पहुंचते ही मयंक को तेज दर्द शुरू हो गया, जो इंजेक्शन और पट्टी ढीली करने के बाद भी ठीक नहीं हुआ।
रातभर दर्द से तड़पते रहे मयंक का चेहरा सूजने लगा और काला पड़ने लगा। मां का कहना है कि डॉक्टर ने कई बार वीडियो कॉल पर ही इलाज बताने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ती चली गई। 19 नवंबर को जब मयंक को कानपुर ले जाने की तैयारी की जा रही थी, तभी उन्होंने मां के हाथों में दम तोड़ दिया।
मयंक के छोटे भाई कुशाग्र का कहना है कि डॉक्टर अनुष्का तिवारी और उनके पति सौरभ त्रिपाठी ने ट्रांसप्लांट के बाद उनकी कॉल्स और मैसेज ब्लॉक कर दिए। यहां तक कि क्लिनिक में ताला लगाकर फरार हो गए। मां का आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें ब्लॉक कर दिया और अब तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है।