कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर से लेकर बुंदेलखंड तक का इलाका इन दिनों ‘हीट आइलैंड’ बन गया है, जहां तेज गर्मी के कारण बादलों का जमाव और बारिश की संभावना कम हो गई है। जबकि पूरे प्रदेश में आंधी-पानी के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन इस गर्म पट्टी में न तो आंधी पहुंच रही है और न ही बूंदाबांदी हो रही है। मौसम विभाग ने 25 मई तक आंधी और बारिश की उम्मीद जताई है, मगर जमीनी हालात इसके बिल्कुल उलट नजर आ रहे हैं। अप्रैल के बाद मई में भी जितने बार बार विक्षोभ और परिसंचरण बने हैं, उतना वर्षों बाद देखने को मिला है।
रविवार से लेकर अब तक कानपुर और आसपास के जिलों का तापमान 40 डिग्री के आसपास या थोड़ा नीचे रहा है। पाकिस्तान से निकली वर्षा की टर्फ लाइन इस वक्त मध्य उत्तर प्रदेश से होते हुए बांग्लादेश तक जा रही है, जिससे प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में बारिश हो रही है। लेकिन कानपुर, जालौन, झांसी, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, आगरा, वाराणसी, इटावा और महोबा जैसे जिलों में हालात जस के तस हैं और वहां अब तक बारिश नहीं हुई।
बुधवार को कानपुर समेत बुंदेलखंड के ज्यादातर हिस्सों में हल्की बदली छाई रही, लेकिन मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया। हालांकि अधिकतम तापमान 39.7 से घटकर 37.7 डिग्री सेल्सियस हो गया, जिससे लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली। रात का तापमान थोड़ा बढ़कर 28 डिग्री हो गया। हवाओं की दिशा अब उत्तर-पूर्वी हो गई है, जिससे वातावरण में नमी का स्तर बढ़ गया है और उमस की स्थिति बन गई है। दिनभर हवा की रफ्तार 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही।
हवा में नमी के कारण दिन में लू का अहसास नहीं हुआ, और तेज धूप भी ज्यादा देर नहीं रही। पूरे दिन मौसम अपेक्षाकृत राहतभरा रहा और शाम को हवा की गति और तेज हो गई, जिससे खुले इलाकों में ताजगी का अनुभव हुआ। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस.एन. सुनील पांडेय का कहना है कि जो जिले हीट आइलैंड में बदल चुके हैं, वहां आंधी-पानी का असर कम हो गया है। उन्होंने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को तेज हवाएं चल सकती हैं और 25 मई तक कभी भी आंधी या बारिश हो सकती है। हालांकि, नमी बढ़ने से फिलहाल उमस भरी गर्मी बनी रहेगी।